bal tackery property dispute
मुंबई। आज तक पार्टी में होने वाले झगड़ों को सुलझाने वाले बाल ठाकरे के निधन के बाद उनकी 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति को लेकर परिवार के अंदर ही कानूनी लड़ाई छिड़ गई है। बाला साहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के चार नेताओं के साथ मिलकर बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस तरह की याचिका दिवंगत व्यक्ति की वसीयत को कोर्ट से सत्यापित कराने के लिए दाखिल होती है। याचिका में दावा किया गया है कि ठाकरे सारी संपत्ति उद्धव के नाम कर गए थे।
इसका बाल ठाकरे के दूसरे बेटे जयदेव ने विरोध किया है। उद्धव ने कहा है कि बैंक डिपॉजिट और अन्य संपत्ति का मूल्य 14.85 करोड़ रुपए है। जयदेव की दलील है कि बांद्रा में मातोश्री बंगला ही 40 करोड़ रुपए मूल्य का है। बाकी संपत्ति, जेवर और बैंक डिपॉजिट मिलाकर राशि 100 करोड़ रुपए से ज्यादा है। बाल ठाकरे ने वसीयत में जयदेव के साथ ही दिवंगत बेटे बिंदूमाधव के परिवार का भी जिक्र नहीं किया।
उद्धव ने कोर्ट में जो वसीयत कोर्ट में पेश की है, उसके मुताबिक बाल ठाकरे ने कहा, 'जयदेव ने विद्रोही जैसी जिंदगी जी। वे कई साल पहले मातोश्री से चले गए। उनका पत्नी स्मिता ठाकरे से तलाक हो गया। वे अलग रहते हैं। इससे मैं आहत हुआ। लिहाजा मैं उन्हें कुछ नहीं देना चाहता। ठाकरे ने अपनी वसीयत में मातोश्री का ग्राउंड फ्लोर पार्टी की सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों के लिए रखा है। दूसरी मंजिल और तीसरी मंजिल उद्धव के परिवार को दी है। पहली मंजिल जयदेव और उनसे अलग हो चुकी स्मिता की बेटी ऐश्वर्या को दी है।
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