आज ही के दिन, 68 साल पहले महात्मा गांधी ने आखिरी सांस ली थी। उनकी हत्या से जुड़ी 10 बातें -
- महात्मा गांधी की हत्या 79 साल की अवस्था में बिरला हाउस (अब गांधी स्मृति), दिल्ली में 30 जनवरी 1948 को की गई
- बापू को शाम 5:12 पर गोली मारी गई, जिसके कुछ वक़्त के बाद उनका देहांत हो गया
- गांधी जी प्रार्थना सभा के लिए जा रहे थे, जब हिंदू महासभा का सदस्य नाथू राम गोडसे उनके रास्ते में आ गया
- 36 साल के गोडसे ने गांधी जी के सीने में तीन गोलियां बिल्कुल नज़दीक से अपनी सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बेरेटा एम 1934 से मारी
- गांधी जी को गोली लगने के बाद वापस बिरला हाउस में ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया
- गोडसे और उसके साथी नारायण आप्टे को गांधी जी की हत्या के जुर्म में सज़ा-ए-मौत हुई, वहीं गोडसे के भाई गोपाल समेत 6 को उम्र क़ैद की सज़ा दी गई
- यह माना जाता है कि मरने से पहले गांधी जी के आखिरी शब्द थे "हे राम!"
- कहा जाता है कि इससे पहले 5 बार गांधी जी को मारने की असफल कोशिश हुई थी
- पहली कोशिश 1934 में गई, जब गांधी जी बम से हमला किया गया। 1944 में गोडसे को दो बार पकड़ा गया जब वह खंजर लेकर गांधी जी की तरफ बढ़ रहा था। 20 जनवरी 1948 को गोडसे और उसके साथी साज़िशकर्ता गोली मारने की साज़िश में असफल रहे थे।
- अपनी हत्या के दो दिन पहले गांधी जी ये बयान दिया था: "अगर मुझे एक पागल इंसान की गोली से मरना होगा, तो मुझे ऐसा हंसते हुए करना होगा। उस वक़्त भगवान मेरे हृदय और होठों पर होना चाहिए। और अगर कुछ होता है, तो आप लोग एक आंसू भी नही बहाओगे।"
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