नई दिल्ली। लगता है आम आदमी पार्टी ने भी सियासत का हर पैंतरा सीख लिया है कम से कम मीडिया पर ठीकरा फोड़ने का मंत्र तो आप ने सीख ही लिया है।...

नई दिल्ली। लगता है आम आदमी पार्टी ने भी सियासत का हर पैंतरा सीख लिया है कम से कम मीडिया पर ठीकरा फोड़ने का मंत्र तो आप ने सीख ही लिया है। कल शाम तक आम आदमी पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिन्नी नाराज़ थे लेकिन देर रात तीन घंटे तक कुमार विश्वास और संजय सिंह से बातचीत करने के बाद सब कुछ ठीक हो गया, बिन्नी की नाराज़गी दूर हो गई और सारा इल्ज़ाम मीडिया पर डाल दिया गया।
बिन्नी के वसुंधरा एंक्लेव स्थित आवास पर हुई बैठक के बाद जब कुमार विश्वास निकले तो उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई बगावत नहीं हुई है, सब ग़लतफ़हमी मीडिया ने फ़ैलाई।
विनोद बिन्नी ने कभी नहीं कहा कि उन्हें मिनिस्टर बनना है, पार्टी में कोई बगावत नहीं हुई है, सब सामान्य है। सब गलतफहमी मीडिया ने फैलाई है। अगर पार्टी कोई पद उन्हें देता है तो बिन्नी निर्णय लेंगे कि उन्हें वह लेना है या नहीं- कुमार विश्वास, आप नेता
मंगलवार शाम को केजरीवाल ने उन्हीं विधायकों को अपने आवास पर बुलाया था जिन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया। इस बात की तस्दीक की मंत्रीमंडल में शामिल होनेवाले सौरभ भारद्वाज ने। लेकिन इसी बैठक में शामिल होने पहुंचे विनोद बिन्नी और वो 10 मिनट में ही वहां से नाराज़ होकर निकलने लगे। जब मीडियावालों ने उनसे सवाल किया तो उनका कहना था कि, “अभी कुछ बोलूंगा तो बड़ा विवाद हो जाएगा”
इसके बाद मीडिया को मंत्रीमंडल की जानकारी देने आए आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने बिन्नी के सवाल पर कन्नी काटी और बिना कोई जवाब दिये वापस चले गये। बाद में संजय सिंह और कुमार विश्वास बिन्नी के घर पहुंचे, उनसे तीन घंटे तक बात की और जब निकले तो मीडिया को दोषी करार दे दिया। संजय सिंह ने कहा कि मीडिया ने सब दिखाया, पार्टी में कोई तनाव नहीं है।
वहीं नाराज़गी का ड्रामा करने वाले विनोद कुमार बिन्नी ने कहा, "ऐसी कोई समस्या नहीं है और ना ही मैं नाराज हूं। कुमार विश्वास और संजय सिंह मेरे बड़े भाई जैसे हैं। हम लोगों ने बस सामान्य बातचीत की जो कि हम अकसर किया करते हैं। शाम में हुई बैठक में मैं 10 मिनट के लिए इसलिए शामिल हुआ क्योंकि मुझे कुछ काम था। मुझे एक शादी में जाना था, जिसके बाद मैं देर से लौटा हूं।"