वर्ल्ड लीग हॉकी फाइनल्स में लगातार हार का सामना करने वाली भारतीय हॉकी टीम को आखिरकार जीत नसीब हो ही गई। खुद तो भारतीय टीम खिताबी रेस से...
वर्ल्ड लीग हॉकी फाइनल्स में लगातार हार का सामना करने वाली भारतीय हॉकी टीम को आखिरकार जीत नसीब हो ही गई। खुद तो भारतीय टीम खिताबी रेस से बाहर हो चुकी थी लेकिन इस जीत के बाद भारतीय टीम ने एक बड़ा उलटफेर कर दिया है। भारत ने ओलंपिक चैम्पियन को मात दी है। दुनिया की नंबर एक टीम जर्मनी को भारत ने 5-4 से हराया।
रोमांचक मुकाबले में शुरूआत के 6 मिनट में ही भारत को दो गोल खाने पड़े। हालांकि युवा मंदीप सिंह ने भारत को जल्दी ही वापसी कराई।लेकिन पहले हाफ से पहले जर्मनी ने गोल करके बढ़त को 3-1 कर दिया।
दूसरे हाफ की शुरूआत से ही भारतीय टीम ने ऐसी हॉकी दिखाई की जर्मन दंग रह गए। रूपिंदर पाल सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर के ज़रिए गोल के अंतर कम किया और फिर मंदीप ने दनादन दो गोल करके हैट्रिक पूरी कर दी।
बढ़त अब भारत के पास थी लेकिन जर्मनी ने भी दो मिनट बाद बराबरी कर दी। स्कोरलाइन 4-4 से बराबर पर थी और दोनों टीम की कोशिश जीत हासिल करने पर लेकिन भारत ने आखरी लम्हें में हासिल किया गोल्डन चांस। 70वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला और रूपिंदर पाल सिंह ने गोल करके भारत को दिला दी एतिहासिक जीत।
5-4 से इस जीत के बाद भारत का मुकाबला अब 5वें पायदान के लिए शनिवार को बेल्जियम से होगा।