कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने मणि शंकर अय्यर द्वारा राजीव गांधी पर दिए गए बयान की कड़ी आलोचना की, इसे "सिरफिरे" व्यक्ति का बयान बताया।
जयपुर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मणि शंकर अय्यर के हालिया बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के बारे में इस तरह का बयान केवल सिरफिरा व्यक्ति ही दे सकता है।
जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने कहा कि उन्हें मणि शंकर अय्यर से ऐसी उम्मीद बिल्कुल नहीं थी। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा, "मणि शंकर अय्यर ने अचानक ऐसा क्यों कहा, यह मेरी भी समझ से परे है।"
मणि शंकर अय्यर पर अशोक गहलोत का तीखा हमला
अशोक गहलोत ने याद दिलाया कि उनकी मुलाकात मणि शंकर अय्यर से करीब 30-35 साल पहले हुई थी, जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे। उस समय अय्यर कांग्रेस और राजीव गांधी के प्रति समर्पित थे। यही वजह थी कि नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की सरकारों में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया।
लेकिन गहलोत ने यह भी कहा कि पिछले 8-10 वर्षों से अय्यर जिस तरह के बयान दे रहे हैं, वे समझ से परे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अय्यर पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं।
"अब पाकिस्तान की नीति का समर्थन कर रहे हैं"
गहलोत ने मणि शंकर अय्यर पर हमला बोलते हुए कहा कि अब वे पाकिस्तान की नीति का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अय्यर का यह कहना कि "नरसिम्हा राव बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री थे", बेहद आपत्तिजनक है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि, "किसी के कॉलेज पास या फेल होने से क्या फर्क पड़ता है? क्या इससे कोई प्रधानमंत्री या मंत्री बनने लायक नहीं होता?"
"राजीव गांधी का योगदान अमूल्य"
अशोक गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी ने देश के लिए ऐतिहासिक काम किए थे। उन्होंने 18 वर्ष की उम्र में युवाओं को मताधिकार दिया, संवैधानिक चुनाव करवाए और महिलाओं के लिए कानून बनाए। गहलोत ने कहा, "जिस व्यक्ति ने देश-विदेश में भारत का मान बढ़ाया, उसके बारे में ऐसा बयान देना बेहद गलत और निंदनीय है।"
"निंदनीय है यह बयान"
अशोक गहलोत ने मणि शंकर अय्यर के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, "मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि अय्यर राजीव गांधी के बारे में ऐसा कुछ कहेंगे। यह बयान निंदनीय है।"