संघ का फरमान नई दिल्ली। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के पीएम नरेंद्र मोदी के लिए आया है आरएसएस का फरमान। और फरमान ये है कि मोदी हि...
संघ का फरमान
नई दिल्ली। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के पीएम नरेंद्र मोदी के लिए आया है आरएसएस का फरमान। और फरमान ये है कि मोदी हिंदी पट्टी के किसी राज्य से चुनाव लड़ें। माना जा रहा है कि चार राज्यों में मिले जनादेश के बाद आरएसएस और पार्टी में ये राय बनी है। खबर तो ये भी हे कि आरएसएस ने पार्टी आलाकमान को अपनी राय बता दी है।
कब हो सकती है घोषणा
संबंध
में पार्टी जनवरी में फैसला ले सकती है. बताया जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष राजनाथ
सिंह 15 जनवरी के बाद लोकसभा सीटों को लेकर विचार-विमर्श करेंगे. ऐसे में 15
जनवरी के बाद किसी भी वक्त मोदी की लोकसभा सीट के नाम का ऐलान हो सकता है.
बीजेपी में मतभेद
हालांकि बीजेपी में इस बात को लेकर मतभेद हैं
कि मोदी गुजरात को छोड़कर किसी और राज्य से चुनाव लड़ें. इस धड़े का मानना है कि गुजराती कतई यह नहीं चाहेंगे कि मोदी कहीं
और से चुनाव लड़ें. वहीं, इसके उलट संघ नेतृत्व का मानना है कि
अगर मोदी उत्तर भारत से चुनाव लड़ते हैं तो इससे यूपी और बिहार जैसे राज्यों में
बीजेपी का जनाधार बढ़ेगा. मोदी ने भी यह निर्णय पार्टी आलाकमान पर छोड़ रखा है.
लखनऊ और वाराणसी चर्चा में
वैसे मोदी को लखनऊ और वाराणसी लोकसभा सीट से
चुनाव लड़ाने की चर्चा पार्टी में सबसे ज्यादा है. लखनऊ पूर्व प्रधानमंत्री अटल
बिहारी वाजपेयी की सीट है. अगर मोदी यहां से खड़े होते हैं तो इससे यह संदेश जाएगा
कि वह वाजपेयी के नक्शे-कदम पर हैं. लेकिन लखनऊ के जातीय समीकरण मोदी की छवि के हक
में नहीं है. यहां के 30 फीसदी मुस्लिम वोटर मोदी की राह मुश्किल बना
सकते हैं.