नई दिल्ली। न्यूयॉर्क में वरिष्ठ भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े के ख़िलाफ़ अमेरिका वीज़ा फ्रॉड का केस चलाएगा और कोई माफ़ी नहीं मांगेग...
नई दिल्ली। न्यूयॉर्क में वरिष्ठ भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े के ख़िलाफ़ अमेरिका वीज़ा फ्रॉड का केस चलाएगा और कोई माफ़ी नहीं मांगेगा। अमेरिकी सूत्रों के मुताबिक एजेंसियों को 39 साल की खोबरागड़े के ख़िलाफ़ अभियोग दाखिल करने से पहले और भी सबूत मिले हैं। अभियोग दाखिल करने की आख़िरी तिथि 13 जनवरी 2014 है।
भारत सरकार ने अमेरिकी सरकार से खोबरागड़े पर लगे सभी तरह के मामले को हटाने और माफ़ी मांगने के लिए कहा था। दबाव बनाने के लिए भारत ने दिल्ली में अमेरिकी दूतावास से सुरक्षा बेरिकेड्स को हटा लिया, अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों से आईकार्ड वापस ले लिये और यहां तक कि उन्हें मिलनेवाली इंपोर्ट फ्री सुविधा को भी ख़त्म कर दिया। लेकिन अमेरिकी प्रशासन खोबरागड़े पर लगे केस को वापस लेने के मूड में नहीं है, ना ही माफ़ी मांगने को तैयार है।
13 जनवरी तक खोबरागड़े पर अभियोग लग जाएगा तो उन पर कोर्ट में केस चलेगा। लेकिन इस दौरान उन्हें न तो कोर्ट में ले जाया जा सकता, ना ही उन्हें गिरफ़्तार किया जा सकता है। क्योंकि भारत ने खोबरागड़े को संयुक्त राष्ट्र के स्थायी मिशन पर भेज दिया है जिससे उन्हें न्यूयॉर्क में रहते हुए ही पूर्ण राजनयिक छूट का अधिकार मिल गया है। अमेरिकी सूत्रों के मुताबिक उन्हें ये छूट तब तक ही मिलेगी जब तक कि वो UN के मिशन पर हैं और तब तक के लिए मामला सस्पेंडेड रहेगा लेकिन डिसमिस नहीं होगा।
हालांकि UN Mission पर रहते हुए अगर खोबरागड़े चाहें तो देश वापस आ सकती हैं और अमेरिका उन्हें रोक नहीं सकता लेकिन एक बार देश वापसी करने के बाद अगर वो फिर अमेरिका बिना पूर्ण राजनयिक अधिकार के जाती हैं तो उन्हें गिरफ़्तार कर लिया जाएगा। यानी उन पर केस चलता रहेगा और गिरफ़्तारी का डर हमेशा बना रहेगा।
इन सब से ज़्यादा अब ये देश की नाक का विषय बन चुका है लिहाज़ा भारत अमेरिका पर मामला वापस लेने और माफ़ी मांगने के लिए दबाव बना रहा है। हालांकि अभी ओबामा प्रशासन की तरफ़ से इस पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है।