कुशीनगर। 13 दिसम्बर को कुशीनगर की धरती पर मूर्त रूप में आने के लिए मैत्रेय को अमलीजामा पहनाने खुद मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव आ रहे...
कुशीनगर। 13 दिसम्बर को कुशीनगर की धरती पर मूर्त रूप में आने के लिए मैत्रेय को अमलीजामा पहनाने खुद मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव आ रहे है। आम जनता कि राय है कि अब कुशीनगर का भाग्य बदलनेवाला है। जिसका श्रेय यहां के जिला अधिकारी आर सैम्फिल को विशेष रूप से जाता है। अगर बुद्धिजीवियों कि माने तो कुशीनगर अब उत्तर प्रदेश के नक़्शे में सब से अलग दिखेगा।
कुशीनगर पहले भी पर्यटकों के लिए बुद्ध कि धरती होने की वजह से विशेष स्थल रहा है, लेकिन यातायात कि असुविधा कि वजह से उनका आना कम था। अब आम जनमानष कि ये धारणा है कि अगर मुख्यमंत्री ने हवाईअड्डे के साथ साथ मैत्रेय को भी लागू कर दिया तो शैलानियों की संख्या में इज़ाफ़ा होगा और यहां के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सकेगा।