File Pic: Anna Hazare अन्ना अपने गाँव रालेगण सिद्धि में आज अनशन पर बैठ चुके हैं। वो अनशन पर बैठने के पहले यादव बाबा मंदिर में जा कर प्...
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अन्ना ने प्रधानमन्त्री को भी घेरते हुए कहा कि "मनमोहन सिंह जब दंगा विरोधी बिल संसद में पारित कराने का वादा कर सकते हैं तो वह जन लोकपाल बिल से समर्थन में ऐसा वादा क्यों नहीं कर सकते हैं।" उनका साफ़तौर मानना ये है कि सरकार जानबूझ कर जन लोकपाल बिल को लटका रही है। सरकार की तरफ से कई पत्र मिले थे जिनमें कहा गया था कि 2012 के शीतकालीन सत्र में यह बिल संसद में लाया जाएगा. सरकार ने फिर से 2013 के बजट सत्र में और फिर मॉनसून सत्र में लाने का वादा किया।
अन्ना ने कहा, "मुझे पता नहीं था कि यूपीए सरकार जनता और मेरे साथ धोखा करेगी. सरकार ने लिखित आश्वासन दिया था लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी इस पर कोई अमल नहीं हुआ। सब जगह से पारित होकर जन लोकपाल विधेयक राज्य सभा पहुंचा और इस पर केवल बहस होना बाक़ी है. लेकिन एक साल से ज़्यादा समय से यह बिल राज्य सभा में लंबित है. इस सदन में कांग्रेस के 71 सदस्य हैं लेकिन बिल वहां अटका पड़ा है."
अन्ना ने कहा, "मॉनसून सत्र भी चला गया. अब हमारे पास अनशन पर बैठने के अलावा कोई विकल्प नहीं है."