File Pic: Akhilesh Yadav & Azam Khan लखनऊ। 1.5 साल से ज़्यादा का वक़्त बीत गया अखिलेश प्रसाद यादव जी को उत्तर प्रदेश में शासन करते...
File Pic: Akhilesh Yadav & Azam Khan |
लखनऊ। 1.5 साल से ज़्यादा का वक़्त बीत गया
अखिलेश प्रसाद यादव जी को उत्तर प्रदेश में शासन करते हुये और अब तक तो उन्हें
सूबे की क़ानून व्यवस्था बिल्कुल सही लग रही थी भले ही जनता परेशान थी और उनके
पिता और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को भी अपने बेटे के सरकार चला पाने पर
भरोसा नहीं था। चलिये देर से ही सही अब अखिलेश सरकार मान रही है कि उत्तर प्रदेश
में अपराध बढ़े हैं।
शायद सरकार मानती भी नहीं लेकिन जब सोमवार को
विधानसभा सत्र के दौरान प्रश्नोत्तर काल में बीजेपी विधायक श्यामदेव राय चौधरी के
सवाल पर सरकार की तरफ़ से जवाब दिया गया तो बताया गया कि सूबे में हर तरह के अपराध
बढ़े हैं सिर्फ रोड होल्डअप और फिरौती के लिए अपहरण के अपराध रुके हैं। जवाब
बीएसपी के डॉक्टर धर्मपाल सिंह दे रहे थे जिन्होंने बताया कि 2012 के मुक़ाबले 15
नवंबर 2013 तक महिला छेड़छाड़ की 98, बलात्कार की 569 घटनाएं ज़्यादा दर्ज की गई
हैं। जबकि
18 साल से कम उम्र की लड़कियों से छेड़छाड़ के 61 और बलात्कार के 240 मामले दर्ज
हो चुके हैं।
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार 2012 में
प्रदेश में गिरफ्तार किए आरोपियों में से 98.9 प्रतिशत नए आरोपी रहे। अखिलेश सरकार
ने ये भी माना कि इस साल मार्च से अक्टूबर के बीच प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव की
13 घटनाएं हो चुकी हैं।
बीजेपी के सतीश महाना के सवाल पर मुख्यमंत्री
की ओर से बताया गया कि मुजफ्फरनगर,
मेरठ और बागपत के अलावा संभल, सहारनपुर, पीलीभीत, बिजनौर, बहराइच, कन्नौज, एटा, गाज़ीपुर, उन्नाव
और शामली में सांप्रदायिक तनाव की वारदातें हुई हैं।