fight in BCCI for Lalit Modi`s nomination
जयपुर। राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव के लिए ललित मोदी के नामांकन करते ही बीसीसीआइ
में घमासान मच गया है। असल में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की तरफ़ से लगे आजीवन प्रतिबंधन के बावजूद मोदी ने 19 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। मोदी के नामांकन के बाद बीसीसीआई ने धमकी दी है कि अगर राजस्थान क्रिकेट संघ में ललित मोदी की वापसी होती है तो राज्य क्रिकेट संघ को ही निलंबित किया जा सकता है।
आरसीए अध्यक्ष पद के लिए मोदी का नामांकन पत्र उनके वकील महमूद अब्दी ने जमा किए। अब्दी ने गुरुवार को होने वाले चुनावों के लिए उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा है। अब्दी के साथ कोटा जिला क्रिकेट संघ के सचिव और मोदी के करीबी अमीन पठान भी थे। उनके नामांकन पत्रों की मंगलवार को जांच की जाएगी, जबकि 18 दिसंबर को सुबह 11 से दोपहर दो बजे तक नाम वापस लिया जा सकता है।
बीसीसीआइ
की आरसीए को पत्र
बीसीसीआइ सचिव संजय पटेल ने आरसीए को पत्र लिख कर कहा है कि “हमने पाया कि नागौर क्रिकेट संघ ने ललित मोदी को अध्यक्ष के रूप में आरसीए का नामांकन भरने की अनुमति दी है। यदि आपकी कोई जिला इकाई बीसीसीआइ के बर्खास्त प्रशासक को पदाधिकारी बनाए रखती है तो आरसीए बीसीसीआइ सदस्यता गंवा सकता है। इसलिए बीसीसीआइ दिशानिर्देशों का पालन करें और हमें इस बारे में रिपोर्ट दें।“
मोबाइल और इन्टरनेट से चलेगी आरसीए
ललित मोदी यदि आरसीए के अध्यक्ष चुने जाते हैं, तो ऐसा पहली बार होगा, जब विदेश में बैठा व्यक्ति
इस क्रिकेट संघ पर काबिज होगा। ऐसे में राज्य क्रिकेट का संचालन कैसे होगा, इस पर मोदी के वकील महमूद आब्दी ने कहा कि किसी व्यक्ति का यहां
उपस्थित होना जरूरी नहीं है। अब दुनिया बहुत छोटी हो गई है, मोबाइल, आईफोन, टेबलेट और इंटरनेट
में समा गई हैं। इनके माध्यम से आजकल आसानी से गतिविधियों का संचालन हो जाता है।
मोदी भी इनके माध्यम से यहां संपर्क में रहेंगे और अपने विजन से क्रिकेट को बढ़ावा
देंगे। उनके पास 21 लोगों की पूरी टीम होगी। जो क्रिकेट के विकास के लिए
काम करेगी।
चुनाव लडऩे से बीसीसीआइ भी नहीं रोक सकता
आब्दी से यह पूछा गया कि मोदी पर बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगा रखा है, ऐसे में क्या उनके सामने समस्याएं नहीं आएंगी? इसपर उन्होंने कहा कि आरसीए यहां के स्पोर्टस एक्ट से संचालित होती है, इसलिए मोदी के चुनाव लडऩे पर बोर्ड द्वारा लगाया गया प्रतिबंध आड़े नहीं आता। जब उनसे कहा गया कि आरसीए भी बोर्ड का ही एक सदस्य है, ऐसे में बोर्ड आरसीए पर कार्रवाई करेगा, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा, इस पर आब्दी ने कहा कि जब यह मामला सामने आएगा, तो देखेंगे।