a rapist policeman
चंडीगढ़। 10वीं में पढने वाली एक छात्रा का चंडीगढ़ पुलिस पीसीआर को मदद के लिए कॉल करना इतना महंगा पड़ेगा उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा। असल में मामला चंडीगढ़ के गांव खुड्डा लाहौरा का है, जहाँ ये छात्रा रहती है। तीन महीने पहले पीड़िता ने अपने घर के झगड़े को निपटाने के लिए पीसीआर को कॉल की थी और उसकी कॉल पर पीसीआर कर्मी उसके घर पहुंचे। मामला निपटाने के बाद एक कांस्टेबल जिसका नाम अक्षय था, उक्त लड़की का मोबाइल नंबर ले गया। लड़की जिस स्कूल में पढ़ती थी, वहीं उसकी पीसीआर वैन भी खड़ी होती थी। इसी बात का फायदा उठाते हुए उसी इलाके में रहने वाले अक्षय ने लड़की से मिलना शुरू किया और उससे दोस्ती कर ली।
पीड़िता के मुताबिक अक्षय ने उसे धमकाकर उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद अक्षय के चार और साथी पुलिसवालों ने भी लड़की का रेप किया। ये सिलसिला लगभग दो महीने तक चलता रहा। इस दौरान उसे कई बार गर्भपात की गोली भी खिलाई गई। आखिरकार लड़की ने तंग आकर आत्महत्या की कोशिश की लेकिन उसके भाई ने उसे बचा लिया। पीड़ित लड़की के भाई ने अपनी बहन के साथ हुए दुष्कर्म की जानकारी इलाके के पार्षद को दी जिसकी मदद से उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी।
बताया जा रहा है की चंडीगढ़ पुलिस ने पहले मामले को दबाने की पूरी कोशिश भी की थी। पुलिस ने लड़की पर दबाव बनाया कि वो अपनी शिकायत वापस ले ले। बदले में आरोपी कांस्टेबल उसके साथ शादी कर लेगा। लेकिन मामले को तूल पकड़ता देख आखिरकार पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और उन्हें सस्पेंड कर दिया। नामजद चार आरोपियों में कांस्टेबल अक्षय, सुनील, जगतार और हिम्मत सिंह शामिल हैं। इसके अलावा एक अज्ञात आरोपी है। लड़की का कहना है कि सामने आने पर वो उसे पहचान लेगी।