if lokpal bill was passed on right time aap would not have been formed jairam ramesh
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने रमेश के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, "यह उनकी निजी राय और टिप्पणी हो सकती है और उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।" आजकल जयराम रमेश 'आप' के समर्थन में बयान दे कर अपनी पार्टी के नेताओं को धर्म-संकट में डाल देते हैं। क्यूंकि इसके बाद उनके पास इसके अलावा कोई जवाब नहीं होता कि "ये रमेश की निजी राय है पार्टी की राय नहीं।"
ग्रामीण विकास मंत्री कुछ दिनों पहले भी 'आप' की सफलता के गुण गा रहे थे। वो लगातार 'आप' से काफी प्रभावित नज़र आ रहे हैं। रमेश ने तो यहाँ तक कह दिया है कि अगर दो साल पहले लोकपाल विधेयक पारित हो गया होता तो आम आदमी पार्टी उभरती ही नहीं। रमेश ने साथ ही राजनीतिक वर्ग को चेतावनी दी है कि आम आदमी पार्टी का मजाक नहीं बनाएं. उन्होंने यह भी कहा कि यह नई पार्टी वाजिब मुद्दों पर राज्यों में अलग अलग अवतार ले सकती है.
जयराम रमेश ने कहा, आज कांग्रेस पार्टी 'आप' के बारे में सोच रही है, लेकिन बीजेपी तो आम आदमी पार्टी के कारण पहले ही अपनी नींद गवां चुकी है। पंजाब में अगर बादल अपने रास्ते नहीं सुधारते हैं तो आम आदमी पार्टी अकाली दल को भी खा जाएगी।' आप' दशावतार है, अलग-अलग राज्यों में यह पार्टी अलग अवतार ले कर कई पार्टियों को खा सकती है। ऐसा कहा जाता है कि उगते सूरज को हर कोई सलाम करता है, शायद यही हाल हो रहा है इन पारम्परिक पार्टी के नेताओं का। दिल्ली विधानसभा चुनाव के पहले 'आप' के बारे में इनमे से कोई नेता बात तक नहीं कर रहा था। आज आलम ये है कि इनकी जुबान से 'आप' हट ही नहीं रही है, चाहे वो भाजपाई हो या फिर कोंग्रेसी।