नई दिल्ली/बैंगलुरू/गोवाहाटी। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उन्हें भारत के सब...
नई दिल्ली/बैंगलुरू/गोवाहाटी। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उन्हें भारत के सबसे बड़े भ्रष्ट की लिस्ट में डालने पर मानहानि का क़ानूनी नोटिस भेजा है।
गडकरी के वकील ने जो नोटिस केजरीवाल को भेजा है उसमें कहा गया है कि तीन दिन के भीतर केजरीवाल अपने बयान को वापस लें नहीं तो उनके ख़िलाफ़ कानूनी प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाएगा।
नोटिस में कहा गया है कि, “आपको (केजरीवाल) अपना बयान वापस लेना होगा और सार्वजनिक रूप न्यूज़ चैनल्स के सामने माफी मांगनी पड़ेगी। मेरे मुवक्किल (गडकरी) को भारत के सबसे भ्रष्ट लोगों की लिस्ट में शामिल करने के लिए तीन दिन में माफी मांगे नहीं तो आपको ख़ालाफ़ ज़रूरी क़ानूनी कार्रवाई की जा सकती है जिसमें आपके ख़िलाफ़ मानहानि का मुकदमा भी चल सकता है।”
केजरीवाल ने नीतिन गडकरी को भ्रष्ट कहा था, साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि वो ऐसे भ्रष्ट लोगों के ख़िलाफ़ अपने उम्मीदवारों को उतारेगी।
गडकरी के वकील बालेंदु शेखर ने नोटिस में कहा है कि, “एक ज़िम्मेदार सीएम के तौर पर ये आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप ऐसे आधारहीन, बेमतलब के पब्लिकेशन न करें जो किसी वरिष्ठ नेता के छवि को प्रभावित करते हों। आपके बयान पर जिस तरह से न्यूज़ चल रहे हैं और आर्टिकल छपे हैं, मेरे मुवक्किल का नाम जानबूझकर दिखाया जा रही है जबकि मेरे मुवक्किल का ऐसे मामलों से कोई लेना देना नहीं है।”
दूसरी तरफ़ गुवाहाटी से असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने भी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुये कहा है कि वो साबित करें कि वो करप्ट हैं। केजरीवाल के भ्रष्ट लोगों की लिस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए गोगोई ने कहा कि उन्हें साबित करना चाहिए कि मैं भ्रष्ट हूं।
गोगोई ने कहा कि, “असम के लोगों ने कभी मुझे भ्रष्ट नहीं कहा। मेरे ख़िलाफ़ कोई भ्रष्टाचार का मामला नहीं है। केजरीवाल को उम्मीदवारों को चुनावों में असम में उतारने दीजिए, असम की जनता ही जवाब देगी।”
राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए अरविंद केजरीवाल ने गोगोई पर भी निशाना साधा था।
बैंगलुरू में भी केजरीवाल की इस लिस्ट को लेकर हंगामा है। कर्नाटक की सियास में बड़ा नाम और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने केजरीवाल पर सवाल उठाया कि उन्हें किसने हक़ दिया कि वो ऐसी लिस्ट बनाए और वरिष्ठ नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं। उन्होंने कहा कि, “वो कौन होतें है तय करनेवाले? क्या वो हमें भ्रष्ट साबित करने की योग्यता रखते हैं? मैं उन्हें नेता के तौर पर भी नहीं देखता। सभी को लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और उसे लोगों को सही से इस्तेमाल करना चाहिए।”
अरविंद केजरीवाल ने कर्नाटक में मोईली के अलावा बीएस येदुयुरप्पा और अनंत कुमार पर भी आरोप लगाए हैं।
येदुयुरप्पा और अनंत कुमार की जगह पर बात करते हुए बीजेपी नेता डीवी सदानंद गौड़ा ने सवाल उठाया कि किस आधार पर केजरीवाल ने ये लिस्ट बनाई। उन्होंने कहा कि, “वो भ्रष्टाचार पर बात करने का नैतिक आधार खो चुके हैं जब से उन्होंने दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस से हाथ मिला लिया। सत्ता पाने के लिए वो कुछ भी कर सकते हैं।”
लगातार ख़बरों से अपडेट रहने के लिए खबरज़ोन फेसबुक पेज लाइक करें
गडकरी के वकील ने जो नोटिस केजरीवाल को भेजा है उसमें कहा गया है कि तीन दिन के भीतर केजरीवाल अपने बयान को वापस लें नहीं तो उनके ख़िलाफ़ कानूनी प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाएगा।
नोटिस में कहा गया है कि, “आपको (केजरीवाल) अपना बयान वापस लेना होगा और सार्वजनिक रूप न्यूज़ चैनल्स के सामने माफी मांगनी पड़ेगी। मेरे मुवक्किल (गडकरी) को भारत के सबसे भ्रष्ट लोगों की लिस्ट में शामिल करने के लिए तीन दिन में माफी मांगे नहीं तो आपको ख़ालाफ़ ज़रूरी क़ानूनी कार्रवाई की जा सकती है जिसमें आपके ख़िलाफ़ मानहानि का मुकदमा भी चल सकता है।”
केजरीवाल ने नीतिन गडकरी को भ्रष्ट कहा था, साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि वो ऐसे भ्रष्ट लोगों के ख़िलाफ़ अपने उम्मीदवारों को उतारेगी।
गडकरी के वकील बालेंदु शेखर ने नोटिस में कहा है कि, “एक ज़िम्मेदार सीएम के तौर पर ये आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप ऐसे आधारहीन, बेमतलब के पब्लिकेशन न करें जो किसी वरिष्ठ नेता के छवि को प्रभावित करते हों। आपके बयान पर जिस तरह से न्यूज़ चल रहे हैं और आर्टिकल छपे हैं, मेरे मुवक्किल का नाम जानबूझकर दिखाया जा रही है जबकि मेरे मुवक्किल का ऐसे मामलों से कोई लेना देना नहीं है।”
दूसरी तरफ़ गुवाहाटी से असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने भी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुये कहा है कि वो साबित करें कि वो करप्ट हैं। केजरीवाल के भ्रष्ट लोगों की लिस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए गोगोई ने कहा कि उन्हें साबित करना चाहिए कि मैं भ्रष्ट हूं।
गोगोई ने कहा कि, “असम के लोगों ने कभी मुझे भ्रष्ट नहीं कहा। मेरे ख़िलाफ़ कोई भ्रष्टाचार का मामला नहीं है। केजरीवाल को उम्मीदवारों को चुनावों में असम में उतारने दीजिए, असम की जनता ही जवाब देगी।”
राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए अरविंद केजरीवाल ने गोगोई पर भी निशाना साधा था।
बैंगलुरू में भी केजरीवाल की इस लिस्ट को लेकर हंगामा है। कर्नाटक की सियास में बड़ा नाम और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने केजरीवाल पर सवाल उठाया कि उन्हें किसने हक़ दिया कि वो ऐसी लिस्ट बनाए और वरिष्ठ नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं। उन्होंने कहा कि, “वो कौन होतें है तय करनेवाले? क्या वो हमें भ्रष्ट साबित करने की योग्यता रखते हैं? मैं उन्हें नेता के तौर पर भी नहीं देखता। सभी को लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और उसे लोगों को सही से इस्तेमाल करना चाहिए।”
अरविंद केजरीवाल ने कर्नाटक में मोईली के अलावा बीएस येदुयुरप्पा और अनंत कुमार पर भी आरोप लगाए हैं।
येदुयुरप्पा और अनंत कुमार की जगह पर बात करते हुए बीजेपी नेता डीवी सदानंद गौड़ा ने सवाल उठाया कि किस आधार पर केजरीवाल ने ये लिस्ट बनाई। उन्होंने कहा कि, “वो भ्रष्टाचार पर बात करने का नैतिक आधार खो चुके हैं जब से उन्होंने दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस से हाथ मिला लिया। सत्ता पाने के लिए वो कुछ भी कर सकते हैं।”
लगातार ख़बरों से अपडेट रहने के लिए खबरज़ोन फेसबुक पेज लाइक करें