नई दिल्ली। दिल्ली सरकार राजधानी में रहनेवाले लोगों के लिए ‘दरवाज़े पर अस्पताल’ पहुंचाने की सुविधा देने जा रही है। अरविंद केजरीवाल सर...
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार राजधानी में रहनेवाले लोगों के लिए ‘दरवाज़े पर अस्पताल’ पहुंचाने की सुविधा देने जा रही है। अरविंद केजरीवाल सरकार इसके लिये अगले 6 महीने में आईसीयू की सुविधा से लैस 100 एम्बुलेंस दिल्ली की सड़कों पर उतारेगी।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जाकारी दी कि दिल्ली सरकार ने ऐसी 100 एम्बुलेंस खरीदने का ऑर्डर दे दिया है। उन्होंने कहा कि, “ हमने 100 एम्बुलेंस खरीदने का ऑर्डर दिया है जिसके निविदा की प्रक्रिया जारी है। अगले 6 महीनों में दिल्ली सरकार दिल्ली में सभी तरह के मरीज़ों के लिए उनके दरवाज़े तक अस्पताल की सुविधा उपलब्ध करायेगी। अभी ये सुविधा सिर्फ सड़क दुर्घटनाओं, रेप, एसिड अटैक और गर्भवती महिलाओं के लिए उपलब्ध है।”
ये सभी 100 एम्बुलेंस एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस होंगी और इसमें आईसीयू की सुविधाएं जैसे ऑक्सीज़न और वेंटिलेटर भी उलब्ध होंगे।
अभी दिल्ली सरकार के पास 150 एम्बुलेंस हैं जिनमें से 26 में ही आईसीयू की सुविधा है, बाकी साधारण हैं।
इसके अलावा सत्येंद्र जैन ने बताया कामकाज़ी लोगों को ध्यान में रखते हुए 11 अस्पतालों में शाम की ओपीडी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसी हफ़्ते शुरू की जा रही है। दिल्ली के अस्पतालों का कम्प्यूटरीकरण भी किया जा रहा है। जैन ने बताया कि 15 फरवरी से ट्रायल रन LNJP अस्पताल में होगा, इसका मकसद रिकॉर्ड को सही सलामत रखना है।
दवा की खरीद के मामले में सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में दवा खरीद का केंद्रीकरण किया जा रहा है जिसकी निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि, “शिकायतें थीं कि अस्पतालों में दवायें नहीं थीं तो अब सरकारी अस्पतालों के लिए दवा खरीदने का काम केंद्रीत कर दिया गया है”
जैन ने कहा कि दवाइयों के साथ चिकित्सिय सामानों की खरीद भी एक ही जगह से होगी जिससे गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं हो सकेगा।
अस्पतालों में मौत की संख्या को कम करने के लिए जैन ने बताया कि एक सुरक्षा कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत अस्पताल कर्मियों को लापरवाही के चलते होनेवाली मौतों को कम करने की ट्रेनिंग दी जाएगी, जो WHO के हिसाब से तैयार किया गया है।