नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी में विनोद कुमार बिन्नी के जाने के बाद पार्टी की छवि बेहद ख़राब हुई, अब इसे और ख़राब किया है आप की संस्थापक स...
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी में विनोद कुमार बिन्नी के जाने के बाद पार्टी की छवि बेहद ख़राब हुई, अब इसे और ख़राब किया है आप की संस्थापक सदस्य और पूर्व डिप्लोमेट मधु भादुड़ी ने आम आदमी पार्टी पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है।
भादुड़ी ने कहा कि, “आम आदमी पार्टी में मानवता मर चुकी है”
भादुड़ी तीन ख़ास कमेटियों का हिस्सा थीं। जेंडर जस्टिस, फॉरेन प़लिसी और नेशनल सिक्योरिटी कमेटियों से भी इस्तीफ़ा देते हुए उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अब आम आदमी पूर्वाग्रह पार्टी बन गई है।
भादुड़ी चाहती थीं कि शुक्रवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में क़ानून मंत्री सोमनाथ भारती के ख़िलाफ़ एक निंदा प्रस्ताव पास करना चाहिए था जिसमें उन पर आरोप है कि 15-16 जनवरी की रात उन्होंने खिड़की एक्सटेंशन में एक युगांडा की महिला का जबरन नारकोटिक टेस्ट कराया।
उन्होंने कहा कि उन्होंने निंदा प्रस्ताव लिखकर प्रशांत भूषण को 17 जनवरी को ही भेजा था लेकिन इसे लेकर उनसे बात नहीं की गई। हालांकि उनका कहना है कि उनके साथ दो और ख़ास सदस्य हैं जो जेंडर जस्टिस कमेटी का भी हिस्सा है, एडमिरल रामदास और उनकी पत्नी ललिता रामदास।
जो प्रस्ताव भादुड़ी ने प्रशांत भूषण को लिखा था वो इस प्रकार से हैं। “आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सर्वसम्मति से खिड़की एक्सटेंशन में रहनेवाली युगांडा और नाइजीरिया की उन महिलालों से माफ़ी मांगती है जिन्हें 15/16 जनवरी 2014 की रात आम आदमी पार्टी के कुछ सदस्यों और समकर्थकों के दबाव में नारको टेस्ट के लिए मजबूर किया गया। आम आदमी पार्टी ख़ुद को नस्लवादी टिप्पणियों से अलग करती है और अपने किसी सदस्य या समर्थकों द्वारा की गई ऐसी टिप्पणियों के लिए माफ़ी मांगती है। आम आदमी पार्टी नस्लवादी नहीं है।”
भादुड़ी का कहना है कि जब वो राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बोल रही थीं तो पार्टी में चिल्लानेवालों ने उन्हें घेर लिया। उन्होंने कहा कि, “योगेंद्र यादव ने मुझे प्रस्ताव रखने से पहले ही रोक दिया। यादव ने कहा कि तमाशा ना बनाओ, यहां काफ़ी मीडिया है।”
भादुड़ी लिस्बन में भारतीय राजदूत थीं और रिटायरमेंट के बाद ही अरविंद केजरीवाल के साथ RTI पर काम करती रहीं। आम आदमी पार्टी की संस्थापना के वक़्त भी वो अरविंद केजरीवाल के साथ रहीं। उन्होंने सीधा केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि, “ये व्यक्ति विशेष की बात नहीं है लेकिन केजरीवाल 28 दिसंबर को शपथ लेने के बाद से ही मानवता का राग अलापते रहे हैं लेकिन मैं समझती हूं कि आप में मानवता मर चुकी है।”
आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए भादुड़ी ने कहा कि आम आदमी पार्टी में इंसानियत नहीं हैं और यहां किसी को जवाबदेह भी नहीं बनाया जाता। उन्होंने कहा कि, “जो पार्टी शुरू से कहती आई है कि हम जवाबदेही पर ही सरकार चलाते हैं, तो उसने ठंड के मारे गये लोगों पर कोई जवाब नहीं दिया। ये पहला वार था इंसानियत पर कि लोग ठंड से मर गये और जवाबदेही नहीं है। और दूसरा हमला हुआ इंसानियत पर कि वो बिल्कुल लाचार महिलाओं को रात के अंधेरे में ज़लील किया गया, उन महिलाओं से कम से कम माफी तो मांग सकते थे।”
सोमनाथ भारती को हटाये जाने के सवाल पर भादुड़ी ने कहा कि इससे मेरा कोई वास्ता नहीं है, मेरा सवाल सिर्फ इंसानियत को लेकर है और महिलाएं इंसान हैं। इस पार्टी में महिलाओं को इंसान नहीं समझा जाता। उन्होंने कहा कि, “मैंने पार्टी सभी दिग्गज नेताओं से संपर्क किया और देख लिया कि पार्टी का जो नेतृत्व है वो इसे लेकर जवाबदेह नहीं है।”