नई दिल्ली। देशबंधु कॉलेज में पढ़नेवाला एक युवक कहता है कि, “मैं यहां पढ़ने आया हूं, किसी से लड़ने नहीं। मुझे कोई चिंकी क्यों बोलता है? आ...
नई दिल्ली। देशबंधु कॉलेज में पढ़नेवाला एक युवक कहता है कि, “मैं यहां पढ़ने आया हूं, किसी से लड़ने नहीं। मुझे कोई चिंकी क्यों बोलता है? आज से अगर किसी ने मुझे चिंकी कहा तो मैं उससे पूछुंगा कि किस डिक्शनरी में चिंकी शब्द लिखा है, इसका मतलब क्या है? ये बताओ।” दिल्ली की सड़कों पर दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से न्याय मांगने निकले उत्तर-पूर्व भारत के युवकों का यही आरोप है कि उन्हें दूसरे नज़रिये से देखा जाता है। उनके साथ नस्लभेद किया जाता है और उसके चलते उन्हें रोज़ाना लोगों की टिप्पणियां सुननी पड़ती हैं।
लाजपत नगर पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर रहे नॉर्थ-ईस्ट के छात्र-छात्राओं का हुज़ूम नीडो तानियाम के लिए इंसाफ़ मांग रहा था जिसकी दो दिन पहले मौत हो गई। प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं का आरोप है कि नीडो को नस्लभेद के चलते एक दुकानदार ने पीट-पीटकर मार दिया।
19 साल का नीडो अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस के विधायक नीडो पवित्रा का बेटा था और बताया जा रहा है कि उस पर लाजपत नगर में एक दुकानदार द्वार उसके बालों के रंग को लेकर बुधवार दोपहर 2 बजे हमला किया गया।
इस घटना के बाद से अब नॉर्थ-ईस्ट के लोगों के साथ नस्लभेद को लेकर बहस शुरू हो गई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा, नॉर्थ-ईस्ट के लोगों को देश के दूसरे हिस्सों में भेद-भाव के नज़रिये से देखा जाता है। एक प्रदर्शनकारी ने तो यहां तक कहा कि, “वो बच्चा सिर्फ इसलिये मारा गया क्योंकि वो अलग दिखता था।”
एक प्रदर्शनकारी का कहना था कि, “दिल्ली में उन्हें विदेशियों की तरह देखा जाता है और चीनी और नेपाली तक कहा जाता है। अगर हम इन लोगों को सम्मान देते हैं तो इन्हें भी हमें सम्मान देना होगा। हम भी हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तानियों में हमारी भी आस्था है।”
नॉर्थ-ईस्ट का एक प्रतिनिधि मंडल बीजेपी नेता हर्ष वर्धन से भी मिला। प्रतिनिधि मंडल से मिलने के बाद हर्ष वर्धन सिंह ने कहा कि, “मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री इसे गंभीरता से लेंगे।” वहीं आम आदमी पार्टी ने गेंद दिल्ली पुलिस के पाले में डाल दी है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत है और वो क़ानून व्यवस्था बना पाने में विफल है।
कुछ टीवी रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि पुलिस ने तानियाम को हिरासत में लिया था लेकिन बाद में उसे उसी जगह पर छोड़ दिया। हालांकि दिल्ली पुलिस ने ऐसी रिपोर्ट्स को खारिज किया है और बताया है कि आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की मजिस्टिरिल जांच चल रही है। दो आरोपी दुकानदारों फरहान और अकरम को गिरफ़्तार किया जा चुका है। दिल्ली पुलिस ने एक FIR प्रिवेंशन ऑफ़ एट्रोसिटीज़ एक्ट के तहत भी दर्ज किया है, जो किसी की जाति को देखकर टिप्पणी करने का मामला है। पुलिस का कहना है कि वो नीडो के वीसरा रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है जिससे मौत की वजहों का पता चलेगा।