Govt open to debate on article 370
नई दिल्ली। "धारा 370 को हटाने का असर कश्मीर के भारत से अलग हो जाने तक भी हो सकता है।" ये कहना है जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह का. दरअसल पहलीबार मंत्री बने ऊधमपर के सांसद डॉ जीतेन्द्र सिंह के एक बयान पर मुख्यमंत्री अब्दुल्लाह इतने आग बबूला हो गए कि उन्होंने ट्वीट कर यहाँ तक कह दिया कि या तो धारा 370 रहेगा या फिर जम्मू कश्मीर भारत का अंग रहेगा।
![](http://1.bp.blogspot.com/-Cz1K2XAs3eQ/U4TdbAbMj0I/AAAAAAAAMMM/lChc7N85jfM/s1600/Dr+Jitendra.jpg)
हालांकि बाद में जीतेंद्र सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि "मैं साफ करना चाहता हूं कि मीडिया में धारा 370 के बारे में जो खबरें दिखाई जा रही हैं, उनमें मेरा बयान गलत तरह से पेश किया जा रहा है। मैंने माननीय प्रधानमंत्री की कही कोई बात कतई नहीं कही। यह विवाद पूरी तरह निराधार है।"
![](http://3.bp.blogspot.com/-Nt1WIdVDWVY/U4TfDYyq9lI/AAAAAAAAMM8/vAFS4jUKXxI/s1600/Omar_Abdullah.jpg)
इस बारे में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट पर कहा है कि जम्मू कश्मीर और शेष भारत के बीच एकमात्र संपर्क धारा 370 है और इसे हटाने की बात करना न सिर्फ कम जानकारी का परिचायक है बल्कि गैरजिम्मेदाराना भी है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि "PMO में नए राज्य मंत्री कहते हैं कि धारा 370 को हटाने की प्रक्रिया पर विचार-विमर्श शुरू हो गया है। वाह! बहुत तेज शुरुआत है, पता नहीं कौन बात कर रहा है।" अब्दुल्ला ने तो यहां तक कहा है कि धारा 370 को हटाने का असर कश्मीर के भारत से अलग हो जाने तक भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि "मेरे इस ट्वीट को सेव कर लीजिए। मोदी सरकार जब एक भूली-बिसरी याद बन चुकी होगी, तब या तो धारा 370 मौजूद रहेगी या जम्मू कश्मीर भारत का अंग नहीं रहेगा।"
लगातार ख़बरों से अपडेट रहने के लिए खबरज़ोन फेसबुक पेज लाइक करें