Kumar Vishwas left party meeting
नई दिल्ली। ऐसा लग रहा है कि आम आदमी पार्टी में अब सब ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के दो बड़े नेता योगेंद्र यादव और मनीष सिसौदिया के ईमेल वॉर के बीच शुक्रवार से तीन दिन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक दिल्ली में शुरू हो गई। यादव ने ईमेल में पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। मनीष सिसौदिया ने जवाबी ईमेल में यहां तक पूछा कि क्या आप पार्टी खत्म करना चाहते हैं? बैठक के बाद संजय सिंह ने इसे पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र बताकर पल्ला झाड़ लिया। करीब 8 घंटे चली बैठक में भी मनमुटाव के संकेत मिलते रहे। सीनियर मेंबर कुमार विश्वास मीटिंग के बीच में उठकर चले गए।
पार्टी इस्तीफा दे चुके अपने नेताओं को मनाने की तैयारी में है! इसके तहत पार्टी को अलविदा कह चुकीं आप की
फाउंडर मेंबर रहीं शाजिया इल्मी को मनाने की कोशिश शुरू कर दी गई है। आम आदमी पार्टी की शुक्रवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद आप नेता संजय सिंह ने पार्टी में कलह की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी में लोकतंत्र है, इसलिए नेताओं की राय अलग-अलग हो सकती है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं के इस्तीफों पर पुनर्विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शनिवार को होने वाली बैठक में इस पर चर्चा होगी। संजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शाजिया इल्मी के इस्तीफे पर चर्चा हुई। खुद केजरीवाल ने कार्यकारिणी की बैठक में शाजिया की वापसी पर एक प्रस्ताव रखा।
सूत्रों के मुताबिक रूठी शाजिया को मनाने का जिम्मा अंजलि दमानिया को सौंपा गया है। गौरतलब है कि दमानिया भी पार्टी से रूठकर एक बाद इस्तीफा दे चुकी हैं। संजय सिंह ने कहा कि अगर शाजिया पार्टी में वापस आती हैं, तो यह बड़ी खुशी की बात होगी।
पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने माना की पार्टी के अंदर कुछ सांगठनिक दिक्कतें हैं। उन्होंने पार्टी में योगेंद्र यादव को अलग-थलग किए जाने की बात से इनकार किया।
लगातार ख़बरों से अपडेट रहने के लिए खबरज़ोन फेसबुक पेज लाइक करें