नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से दिल्ली के लिए 22 जनवरी को रवाना किया। दावा किया जाता रहा कि मोदी की महामना में जो न...
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से दिल्ली के लिए 22 जनवरी को रवाना किया। दावा किया जाता रहा कि मोदी की महामना में जो नये मॉडल कोच लगाए गये हैं वह मोदी सरकार की उपलब्धि है, लेकिन 2013 की ये तस्वीरें बताती हैं हैं कि मॉडल कोच बनाने की योजना यूपीए-2 सरकार की थी।
यह तस्वीरें 28 फरवरी 2013 की हैं जब तत्कालीन रेल मंत्री पवन बंसल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थित कोच केयर सेंटर में ‘अनुभूति’ कोच की जांच करने पहुंचे थे जिसकी घोषणा 2013-14 रेल बजट में की जा चुकी थी। विश्वस्तरीय सुविधाओं और सेवाओं से लैस इन कोचेज़ का दौरा करने के दौरान पवन बंसल के साथ रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनय मित्तल, रेलवे बोर्ड के सदस्य (मैकेनिकल) केशव चंद्र, उत्तर रेल के जनरल मैनेजर वी के गुप्ता भी मौजूद थे।
जिन सुविधाओं को हम महामना में देखते हैं वह सारी सुविधाएं अनुभूति में थीं, तो क्या मनमोहन की अनुभूति को ही महमना बना दिया गया?
इसके अलावा यूपीए-2 की सरकार में ऐसे इंजन भी विकसित किये जा रहे थे जिनमें ड्राइवर के केबिन में एसी की सुविधा हो। ठंडा और गरम करने की इस सुविधा के साथ इंजन को वाराणसी के डीज़ल लोकोमोटिव वर्क्स में विकसित किया गया था और अलग-अलग फेज़ में हर एक ट्रेन में सभी इंजनों को इस सुविधा से लैस करने की योजना थी, जो चल रही है।