नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 25 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान किए।
पुरस्कार विजेताओं और उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हाजिर दिमाग, त्वरित सोच, नि:स्वार्थ दृढ़ संकल्प और संकट में फंसे साथियों के लिए संवेदनशीलता इन बच्चों के अदम्य साहस के सर्वाधिक महत्वपूर्ण तत्व थे।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पुरस्कार विजेताओं के लिए यह समझना जरूरी है कि बहादुरी का यह कृत्य ही अपने आप में एक ध्येय नहीं बन जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन को विकास पथ पर आगे ले जाने का प्रयास निरंतर जारी रहना चाहिए और बच्चों को अपने कैरियर के विकास पर सदा ध्यान देना चाहिए एवं उन्हें अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं के अनुरूप समाज सेवा करने के लिए निरंतर तत्पर रहना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उन्होंने एक पुस्तक – लाइफ प्रोग्रेसन ऑफ आईसीसीडब्ल्यू नेशनल ब्रेवरी अवार्डीज – का विमोचन किया है, जिसमें इन पहलुओं को छुआ गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी इस अवसर पर उपस्थित थीं।
राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार योजना का शुभारंभ आईसीसीडब्ल्यू – भारतीय बाल कल्याण परिषद – द्वारा बहादुर बच्चों के उत्कृष्ट वीरतापूर्ण कार्यों एवं सराहनीय सेवा को प्रोत्साहन देने और अन्य बच्चों को ऐसे अदम्य साहस के कार्य करने के लिए प्रेरित करने हेतु किया गया था।