नई दिल्ली। भारतीय रेल ने 19.01.2016 को गाजियाबाद-मुरादाबाद सेक्शन के 140 किलोमीटर मार्ग को विद्युतीकरण संपन्न मार्ग बनाकर शानदार उपलब्...
नई दिल्ली। भारतीय रेल ने 19.01.2016 को गाजियाबाद-मुरादाबाद सेक्शन के 140 किलोमीटर मार्ग को विद्युतीकरण संपन्न मार्ग बनाकर शानदार उपलब्धि प्राप्त की है। बिजलीकरण की यह परियोजना 155 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत के साथ स्वीकृत हुई थी। यह मार्ग दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन तथा अंबाला-लखनऊ-मुगलसराय ‘बी’ रूट को जोड़ने में महत्वपूर्ण संपर्क है। दिल्ली-गाजियाबाद-मुरादाबाद-लखनऊ-सुलतानपुर-वाराणसी-मुगलसराय मार्ग वास्तव में दिल्ली–कानपुर-इलाहाबाद-मुगलसराय सेक्शन का बाहरी वैकल्पिक रेल संपर्क है। इससे सवारी गाड़ियों की आवाजाही में तेजी आएगी और वाराणसी-लखनऊ-मुरादाबाद-दिल्ली मार्ग पर उच्च ट्रैफिक क्षमता प्रवाह होगी। गाजियाबाद-मुरादाबाद सेक्शन पर मेन लाइन ईएमयू (एमईएमयू) ट्रेनों को चलाने से दिल्ली तथा गाजियाबाद के बीच तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहर तथा ग्रामीण केंद्रों से तेज रेल संपर्क होगा।
इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर माल गाड़ियों की तेज आवाजाही से कृषि उत्पादों, चीनी उद्योग तथा उत्तर प्रदेश के शिल्पकला उद्योग को देश के बाकी हिस्सों से बेहतर रेल संपर्क मिलेगा और इससे राज्य की अर्थव्यवस्था में वृद्धि होगी।
मुरादाबाद-लखनऊ सेक्शन में इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर पैसेंजर ट्रेन का संचालन 20.3.2013 से शुरू हुआ और लखनऊ-मुगलसराय सेक्शन में संचालन 21.03.2013 को प्रारभ हुआ। गाजियाबाद-मुरादाबाद सेक्शन के बिजलीकरण के पूरा होने के साथ अब वाराणसी तथा लखनऊ वाया मुरादाबाद मार्ग इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर दिल्ली से सहज रूप में जुड़ जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महामना एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। इस इलेक्ट्रिक मार्ग पर यह पहली मेल एक्सप्रेस गाड़ी होगी।