राष्ट्रीय स्तर के उद्यानों को ध्यान में रखकर तैयार किये गए, इस उद्यान के स्वरूप में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए सुविधायें होंगी। बच्चों को जहाँ आधुनिक झूले, वहीँ युवा और बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए पाथ वे बनाया जाएगा।
डॉ. गोपाल नंदन। फ़ैज़ाबाद। धर्मनगरी अयोध्या और नवाबों के शहर फैज़ाबाद को पर्यटन मानचित्र पर उभारने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। निकट भविष्य में सरयू का किनारा बदला-बदला सा नज़र आएगा। नदी के किनारे 98 एकड़ में पूर्वांचल का अनोखा उद्यान विकसित करने की पहल की गई है।
शुरुआत में 21 एकड़ के लिए मानचित्र भी तैयार कराया जा रहा है। ख़ास बात यह है कि विकास की इस कल्पना को साकार करने के लिए कहीं से भी पेड़ पौधों को नुकसान नहीं पहुचाया गया, बल्कि उनका स्वरूप बदल कर गार्डन की सुंदरता में चार चाँद लगेगा।
राष्ट्रीय स्तर के उद्यानों को ध्यान में रखकर तैयार किये गए, इस उद्यान के स्वरूप में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए सुविधायें होंगी। बच्चों को जहाँ आधुनिक झूले, वहीँ युवा और बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए पाथ वे बनाया जाएगा।
राजकीय उद्यान अधीक्षक पारसनाथ ने स्पष्ट किया कि उद्यान विभाग के पूरे 98 एकड़ को विकसित किया जायेगा। प्रथम चरण में 21 एकड़ मेँ नया उद्यान विकसित किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही विकास प्राधिकरण व पर्यटन विभाग के सहयोग से इसे धरातल पर उतारा जायेगा।
पर्यटन विभाग के आंकड़े बताते है कि अयोध्या -फैज़ाबाद मेँ हर साल तकरीबन डेढ़ करोड़ पर्यटक आते हैं।