Infertility medicine issue: Uttarakhand govt probe report ‘against’ Ramdev
देहरादून। योगगुरू बाबा रामदेव की संस्था पतंजलि की दवा पुत्रजीवक दवा के मामले में उत्तराखंड सरकार के पास जांच रिपोर्ट पहुंच चुकी है और बताया जा रहा है कि यह रिपोर्ट बाबा रामदेव के पक्ष में नहीं है। हालांकि रिपोर्ट का पूरा ब्यौरा सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।
प्रदेश के प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य, ओम प्रकाश ने बताया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत को रिपोर्ट भेज दी गई है और उनकी मंज़ूरी के बाद इसे केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि पुत्रजीवक दवा के मामले में जांच रिपोर्ट रामदेव के पक्ष में नहीं है।
पिछले साल 1 मई को इस दवा को लेकर विवाद उठा था, जेडीयू महासचिव केसी त्यागी की अगुवाई में राज्यसभा के सांसदों ने पुत्रजीवक दवा पर बैन लगाने और पतंजलि पर कड़ी कार्रवाई की मांग यह आरोप लगाते हुए की थी कि पतंजलि दावा करती है कि इस दवा से पुत्र की प्राप्ति होती है।
केंद्र सरकार ने इस मामले में जांच कराने के लिए राज्य सरकार को निर्देश दिया था, जिसके बाद आयुष ड्रग कंट्रोलर, चमोली की अगुवाई में एक जांच कमेटी बनाई थी, जिसने रामदेव की दवा को ये कहते हुए क्लीन चिट दी थी कि ये आयुर्वेद की पुरातन पुस्तकों में इस तरह के नाम का ज़िक्र मिलता है लेकिन चमोली कमेटी की रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने डीजी, हेल्थ और राज्य के कानून विभाग को मामला सौंपा, जिसकी रिपोर्ट रामदेव के खिलाफ है।