According to the new terms, the instant messaging app would share the user information it collected with their parent company Facebook and all its group companies for commercial advertising and marketing on its platform.
आप व्हाट्सऐप इस्तेमाल करते हैं, अपनों से आप तरह-तरह की बातें करते हैं, कई तरह के ग्रुप्स हैं जिनमें आप जुड़े हैं, आपके कॉन्टैक्ट लिस्ट में जितने नंबर हैं वो WhatsApp पर हैं, आपकी तस्वीरें, आपके दोस्तों की तस्वीरें, अपनों के वीडियोज़, कुछ ऐसी चीज़ें भी जिसे आप दुनिया से छिपाकर रखना चाहते हैं???
सब कुछ जो WhatsApp पर है वो अब निजी नहीं रह गया है। आप सोच रहे हैं कि जो बातें आप अपनों से करते हैं उसे सिर्फ पढ़, देख और सुन पा रहे हैं तो आप गलत हैं। Facebook ने WhatsApp को खरीदने के साथ ही इसकी Privacy Policy काफी बदलाव किए हैं और इसी बदलाव में एक बड़ा बदलाव ये है कि WhatsApp पर आपके Conversations को पढ़ना और उसके हिसाब से आपके लिए Facebook पर एड देना।
यानी आपकी क्या पसंद है, क्या नापसंद है, आप और आपके दोस्त मौजूदा वक्त में किस विषय में ज्यादा बातें करते हैं, किस विषय पर आपकी सबसे ज्यादा रुचि है, आप किस चीज़ की तलाश में हैं, आपके मित्र-संबंधी किस तरह के हैं, उनकी पसंद-नापसंद क्या है, ये सब Facebook को मौका देते हैं कि वह आपके अकाउंट पर इन्ही सब से जुड़ा ऐड लेकर आए। ऐसे कमर्शियल्स जो आपकी जरुरतों से जुड़े हों और जिन पर हिट करने की संभावनाएं ज्या हों। ज़ाहिर है ज़्यादा हिट्स पर Facebook की ज़्यादा कमाई, ज़्यादा पहुंच।
लेकिन ये करते वक़्त Facebook आपकी Privacy से समझौता करता है, हालांकि Facebook का कहना है कि वो आपको WhatsApp पर ये मौका देता है कि आप अपनी जानकारियां साझा करना चाहते हैं कि नहीं? लेकिन बहुत कम लोग हैं जिन्हे पता है कि उन्हें कैसे इस विकल्प को बंद करना है क्योंकि By Default यह विकल्प आपके अकाउंट सेक्शन में स्वत: ही ऑन रहता है यानी आप खुद Facebook को रज़ामंदी दे चुके हैं कि वो आपके WhatsApp अकाउंट से जानकारियां हासिल कर सके।
अगर आप अपनी जानकारियां सुरक्षित रखना चाहते हैं और नहीं फेसबुक से साझा नहीं करना चाहते तो आपको तुरंत ये कदम उठाने चाहिए –
1. WhatsApp की सेटिंग्स में जाइए
2. Account सेक्शन में जाइए
3. यहां आपको 5 विकल्प देखने को मिलेंगे Privacy, Security, Change Number, Delete my account और आखिर में Share my account info. आखिरी विकल्प यानी Share my account info को अनचेक कर दें, एक सवाल आएगा कि क्या आप इसे वाकई करना चाहते हैं, क्योंकि इसे बाद में बदलने का मौका नहीं दिया जाएगा। आप Ok करेंगे और Facebook को जाने वाली आपकी निजी जानकारियां बंद हो जाएंगी।
4. अगर आपको Account Section में सिर्फ 4 विकल्प दिखते हैं तो फिर आपकी जानकारियां पहले से ही सुरक्षित हैं
5. हर बार एप्लीकेशन अपडेट करने के साथ अपने Account के विकल्पों को अवश्य दोबारा चेक कर लिया करें
Facebook ने ये परिवर्तन काफी पहले कर दिए और आपने शायद बिना देखे उस Privacy Policy को accept भी कर लिया होगा। हालांकि इस बारे में एक जनहित याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में डाली गई, जिस पर सुनवाई के दौरान Facebook ने Court को बताया कि वह यूजर्स को ये विकल्प देता है कि वो अपनी जानकारियां चाहें तो शेयर करें या ना शेयर करें।
कोर्ट ने Facebook को आदेश दिया है कि 25 सितम्बर से पहले उसने जितना भी यूजर डेटा हासिल किया है उसे डिलीट करें, कोर्ट ने इसमें उन अकाउंट्स को भी शामिल किया है जो डिएक्टिवेट हो चुके हैं और WhatsApp पर इस डेटा के कमर्शियल इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है।
दरअसल 25 अगस्त 2016 को WhatsApp ने अपने Terms and Conditions में जो बदलाव किए उसे सभी यूजर्स को स्वीकार करने के लिए भेजा, अक्सर कोई व्यक्ति लम्बे-चौड़े Terms and Conditions को पढ़ता नहीं है और एक्सेप्ट कर लेता है लेकिन दो छात्रों करमान्या सिंह सरीन और श्रेया सेठी ने इसे पढ़ा, जिसमें लिखा था कि Facebook और उससे जुड़ी कम्पनियों को यूजर अधिकार देते हैं कि वो निजी जानकारियों का इस्तेमाल अपनी कम्पनियों की मार्केटिंग और कमर्शियल विज्ञापनों के लिए कर सकते हैं। इसी को लेकर जनहित याचिका दाखिल की गई।
अब कोर्ट के आदेश के बाद Facebook तभी आपकी जानकारियां WhatsApp से ले सकता है जब आप उसकी रज़ामंदी देंगे और अगर आप 25 सितम्बर से पहले WhatsApp पर अपनी रज़ामंदी को वापस ले लेते हैं तो फेसबुक को व्हाट्सएप से ली गई जानकारी को अपने सर्वर से हटाना होगा यानी डिलीट करना होगा। यानी आपके पास कुछ घंटे ही हैं जिससे आप अपनी जानकारी को फेसबुक तक जाने से और उसके कमर्शियल इस्तेमाल होने से रोक सकते हैं।
वीडियो से समझें कि कैसे इस विकल्प को बंद किया जाए:-