SP general secretary Ramgopal Yadav suspended from party
लखनऊ: समाजवादी पार्टी में मचे सियासी घमासान के बीच ऐसा लग रहा है जैसे एक खेमा दूसरे खेमे पर बदले की कार्रवाई पर आतुर हो गया है. आज सुबह अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव सहित कुछ मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया तो जवाब मुलायम सिंह यादव ने रामगोपाल यादव को छह साल के पार्टी से बाहर निकाल दिया है. इसकी सूचना सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के दी. माना जा रहा है अखिलेश कैबिनेट से शिवपाल यादव की बर्खास्तगी के बाद यह कड़ा फैसला लिया.
शिवपाल यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में रामगोपाल यादव पर सीधे निशाना साधते हुए साफतौर पर कहा कि हमारे घर के ही कुछ लोग भाजपा से मिल गए हैं. खासकर प्रोफेसर रामगोपाल यादव भाजपा के एजेंट हैं, वो तीन बार भाजपा शीर्ष नेताओं से मिल चुके हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी अमर सिंह को दलाल तक की संज्ञा दे दी है.
उधर रामगोपाल यादव ने बर्खास्त होने के बाद कहा कि " किसी भी दल के नेता से मुलाक़ात एक सामान्य शिष्टाचार है, मोदी जी तो नेता जी के निमंत्रण पर सैफई तक आए थे." उन्होंने आगे कहा कि " दुःख बर्खास्तगी का नहीं झूठे आरोपों से है." खबर ये भी आ रही है कि रामगोपाल यादव के पार्टी से निकाले जाने पर अखिलेश यादव नेहद नाराज हैं और शायद उनके तरफ से भी कोई बड़ी बदले कि कारवाई हो सकती है.
मतलब साफ़ है दोनों तरफ मायां से तलवार बाहर निकाल ली गयी है, अब देखना है परिवार और पार्टी में जो ये आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ है वो किस स्तर तक जाता है.