Madhya Pradesh: Bill to bring against Love Jihad in next session, will be sentenced to five years- Narottam Mishra
भोपाल: मध्यप्रदेश सरकरा जल्द ही लव जिहाद (love jihad) को लेकर काननू लाने वाली है। राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (narottam mishra) ने कहा है कि आने वाले विधानसभा सत्र में लव जिहाद के खिलाफ कानून लाया जाएगा। यह गैर-जमानती अपराध होगा और इसमें पांच साल की सजा का प्रावधान होगा। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही कानून बनाने की बात कह चुकी है।
लव जिहाद पर बनेगा कठोर कानून- नरोत्तम मिश्रा
लव जिहाद के खिलाफ MP में आएगा कानून, होगी 5 साल जेल की सजा, मध्यप्रदेश फ्रीडम ऑफ रिलिजन बिल 2020 को विधानसभा में पेश करने की तैयारी- नरोत्तम मिश्रा#lovejihaad #MadhyaPradesh @drnarottammisra @BJP4India @BJP4MP pic.twitter.com/zv1t5bBG5K
— Khabar Zone (@KhabarZone) November 17, 2020
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश धर्म स्वातंत्रय विधेयक 2020 को विधानसभा में पेश करने की तैयारी की जा रही है। इस अधिनियम में बहकावे, बल पूर्वक शादी और धर्म परिवर्तन करवाने पर 5 साल का कठोर कारावास होगा। साथ ही ऐसे अपराधों को गैर-जमानती अपराध घोषित किया जाएगा। इस अपराध को करने में मदद करने वालों को भी आरोपी माना जाएगा।
बताते चलें कि, इससे पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी 'लव जिहाद' (love jihad) के खिलाफ कानूने लाने की बात कह चुके हैं। वहीं, यूपी की योगी सरकार ने भी लव जिहाद से निपटने के लिए कड़ा कानून बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने लव जिहाद के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा था कि बहनों की इज्जत के साथ खेलने वालों का राम नाम सत्य हो जाएगा।
अपने एक बयान में लव जिहाद पर बात करने के उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। अगस्ता वैस्टलैंड के 3000 करोड़ सौदे के मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का नाम आने पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, हमेशा से कहता रहा हूं कि कमलनाथ के सीएम रहते वल्लभभवन दलालों का अड्डा बन गया था। अब इस हाल ही में आई रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हो गई है।
राहुल गांधी हारने का सिल्वर जुबली पूरा कर चुके हैं
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, राहुल गांधी हारने का सिल्वर जुबली पूरा कर चुके हैं। अब पूरी कांग्रेस के अंदर यह मान्यता हो गई है कि गांधी परिवार के नेतृत्व में कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है। कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई है कि गांधी परिवार को छोड़ते हैं तो मरते हैं और उनके नेतृत्व में काम करते हैं तो मरते हैं।