LUCKNOW. FIR filed against 135 people including Congress leader Lalan Kumar for raising the voice of farmers
लखनऊ । किसानों की आवाज बुलंद करना उत्तर प्रदेश में अपराध हो गया है, आवाज बुलंद करने वालों पर मुकदमें पर मुकदमें किए जा रहे हैं ये हम नहीं कह रहे ये कांग्रेसी नेताओं का कहना है। मामला बक्शी का तालाब इलाके का है यहां पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया संयोजक ललन कुमार के नेतृत्व में नए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस के स्थापना दिवस पर कांग्रेस संदेश यात्रा का आयोजन किया गया था। भैंसामऊ क्रासिंग से लेकर ऐतिहासिक बक्शी का तालाब तक किसानों के समर्थन में कांग्रेसियों ने पदयात्रा निकाली थी और तीनों नए कृषि कानून किसानों के हित में नहीं है बताया था।
- ललन कुमार समेत 135 कांग्रेसियों पर केस दर्ज
- कृषि कानूनों के खिलाफ पदयात्रा निकालने पर केस
- कई धारों में ललन कुमार समेत 10 लोग नामजद
- बक्शी का तालाब थाने में मुकदमा दर्ज किया गया
- सत्ता पक्ष को परमिशन कैसे मिलती है - ललन कुमार
बक्शी का तालाब पुलिस ने ललन कुमार समेत 135 लोगों पर धारा 143, 341, 188, 269 और महामारी अधिनियम की धारा 3 में एफआईआर दर्ज की है, पुलिस ने आरोप लगाया है कि बिना अनुमति के जबरन पदयात्रा निकाली गई, सीतापुर हाईवे पर जाम लगाया गया, मास्क नहीं पहनने का भी आरोप लगाया गया और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया संयोजक ललन कुमार, बीकेटी ब्लॉक अध्यक्ष अतुल शुक्ला, मुन्ना लाल भारती, उदयभान सिंह, सुनील कुमार, अखिलेश कुमार, धनंजय सिंह, पिंटू यादव, राहुल कुमार और रामपाल पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है, वहीं 125 अज्ञात पर भी केस किया गया है।
कांग्रेसी नेताओं ने खुद पर मुकदमें दर्ज होने के बाद योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के दबाव में पुलिस ने मुकदमें दर्ज किए हैं जब सरकार के कार्यक्रम होते हैं तो कोरोना की गाइड लाइन का उल्लंघन पुलिस को नहीं दिखता है। बक्शी का तालाब में 17 दिसम्बर को किसान सम्मेलन में हजारों की भीड़ उमड़ी थी तब बक्शी का तालाब पुलिस के उपनिरीक्षक संतोष सिंह, सीओ और एसओ को सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नहीं दिखा, हजारों लोग बिना मास्क के थे तब केस नहीं किया और तो और इतनी भीड़ के कारण वहीं सीतापुर हाईवे पर उनको जाम भी नहीं दिखा था परन्तु विपक्ष में होने के कारण बक्शी का तालाब पुलिस ने सरकार के दबाव में कांग्रेसियों पर केस दर्ज किया है।
वहीं कांग्रेस मीडिया संयोजक ललन कुमार ने खुद और अन्य लोगों पर दर्ज एफआईआर को लेकर ट्वीट कर राज्य की योगी सरकार पर हमला बोला, उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए, उन्होंने कहा कि यहां किसानों के हक में आवाज उठाने वालों को इनाम में FIR मिलती है, एक ओर जहां बीजेपी नेता हजारों की भीड़ में चुनावी रैलियां कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ के शासन में शांतिपूर्ण पदयात्रा करना भी अपराध हो गया है। उन्होंने आगे लिखा कि पुलिस ने पदयात्रा को रोकने का प्रयास किया उसके बाद हमने उनसे शांतिपूर्ण पदयात्रा करने देने का निवेदन भी किया। उसी पुलिस द्वारा गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर दी गई है।
ब्यूरो रिपोर्ट खबर जोन