LUCKNOW. Negligence during flyover construction on terdipulia, lessons not being taken from previous accidents
लखनऊ । टेढ़ी पुलिया पर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य लापरवाही के साथ हो रहा है, निर्माण कराने वाली कंपनी को किसी की सुरक्षा और जान की परवाह नहीं है। हमारी टीम ने जब सुरक्षा मानकों का जायजा लिया तो देखा कि निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही चरम पर है। सड़क पर सरिया और लोहे का सामान पड़ा हुआ है और वाहन वहां से गुजर रहे हैं। जबकि फ्लाईओवर निर्माण के दौरान उस क्षेत्र को बेरिकेडिंग लगाकर ढक दिया जाता है जिससे लोगों को निर्माण क्षेत्र में आने न दिया जाए परन्तु टेढ़ी पुलिया पर फ्लाईओवर निर्माण के दौरान सुरक्षा के मानकों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को भी सुरक्षा किट नहीं दी जा रही है, मजदूर और श्रमिक जानजोखिम में डालकर निर्माण कार्य में करने में जुटे हैं।
मजदूरों और श्रमिकों की मजबूरी का निर्माण कराने वाली संस्था फायदा उठा रही है और कोई सुरक्षा किट नहीं दी जा रही है। पूर्व में घटित घटनाओं से भी निर्माण करने वाली संस्था और सरकार ने कोई सबक नहीं लिया है। वाराणसी में फ्लाईओवर निर्माण के दौरान हादसा हो गया था, पुल टूट जाने से कई गाड़ियां दब गई थी और कईयों को अपनी जान गवानी पड़ी थी।
- टेढ़ी पुलिया पर फ्लाईओवर निर्माण में लापरवाही
- सड़क पर पड़ा सरिया और लोहे का सामान
- निर्माण कंपनी नहीं देती सुरक्षा पर कोई ध्यान
- श्रमिकों को भी नहीं दिए जा रहे सुरक्षा उपकरण
सुरक्षा मानकों को ताख पर रखकर टेढ़ी पुलिया पर निर्माण कार्य हो रहा है और बड़े हादसे को खुलेआम दावत दी जा रही है। फ्लाईओवर निर्माण के दौरान टेढ़ी पुलिया से खुर्मनगर जाने वाले रास्ते को बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया, बिना पूर्व सूचना के रास्ता बंद होने से खुर्मनगर जाने वाले लोगों को बहुत परेशानियों का सामान करना पड़ा। दुर्घटना से देर भली की कहावत को भूलकर वहां से गुजरने वालों ने भी जान जोखिम में डालकर निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे से निकलने को सही समझा पर ये नहीं सोचा कि अगर कुछ हो गया तो उनके घरवालों का क्या होगा। वहीं गली पर भी बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते को बंद किया गया था पर एक महतरमा अपनी स्कूटी निकालने की जल्दबाजी में बीच में फंस गई, लोगों की मदद से उनकी स्कूटी को वहां से निकाला गया।
बरहाल टेढ़ी पुलिया पर ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में निर्माण करने वाली कंपनी सुरक्षा मानकों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों को सुरक्षा किट तो दे नहीं रही तो लोगों की सुरक्षा पर कैसे ध्यान देगी। वहीं सरकार और प्रशासन भी किसी बड़े हादसे का इंतेजार कर रहा है। मेट्रो निर्माण के दौरान भी लखनऊ में कई हादसे हो चुके हैं पर टेढ़ी पुलिया पर देखकर लगता है किसी ने कोई सबक नहीं लिया है।