LUCKNOW. When will action be taken on Skill Development Minister Kapit Dev Aggarwal - Sanjay Singh
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल के "फ़र्ज़ी कौशल" के सब कायल हो गए हैं, ये तंज आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान कसा। उन्होंने कहा कि यूपी के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल एक फर्जी मोबाइल कंपनी के प्रचार के लिए देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की फोटो लगाते हैं, कई महीनों से यह गोरखधंधा चला रहे हैं और जो मोबाइल बेच रहे हैं उसका नाम है स्वदेशी मोबाइल अब यह मोबाइल कंपनी के पीछे की कहानी क्या है वो यह है कि इनको हर जिले में डीलर बनाना था और सब से पांच लाख, दस लाख रुपए की उगाही करनी थी।
- आप सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर साधा निशाना
- मंत्री कपिल देव अग्रवाल पर कब होगी कार्रवाई- संजय सिंह
- फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भी मंत्री क्यों- संजय सिंह
- उत्तर प्रदेश में शिक्षा, बिजली, पानी पर बात होने लगी है-संजय
उन्होंने आगे कहा कि मंत्री को नोएडा में 50 एकड़ जमीन अपने लोगों के साथ मिलकर लेनी थी, इतनी बड़ी जमीन उनके पास बहुत आसानी से आ जाती और यह एक बड़ा घोटाला है क्योंकि इस कंपनी के प्रचार में देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल हुआ है ताकि जनता को विश्वसनीयता दिखाई जा सके। संजय सिंह ने मुख्यमंत्री से कहा कि उस आदमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो, उसका फर्जीवाड़ा सामने आ गया लेकिन अभी तक वह आपकी पार्टी में आप की सरकार में मंत्री कैसे हैं, क्या दाल में कुछ काला है या पूरी की पूरी दाल ही काली है, क्या मिलीभगत है, कैसे उसने आपकी तस्वीर का इस्तेमाल किया और अगर इस पर कार्यवाही नहीं होती तो यह संकेत जाएगा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का संरक्षण प्राप्त करके उनका मंत्री खुलेआम धोखाधड़ी का करोबार कर रहा है।
संजय सिंह ने कहा कि एक न्यूज़ चैनल में मुख्यमंत्री योगी के दिए गए इंटरव्यू में पत्रकार ने पूछा, कि आम आदमी पार्टी ने भी उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, उस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है, योगी आदित्यनाथ बौखला से गए और कहने लगे हजारों पार्टी आती हैं, चुनाव लड़ती हैं। सीएम ने कहा कि आम आदमी पार्टी के लोगों ने देश के लिए क्या किया? कोरोना माहमारी में लोगों के लिए क्या जी किया आदि।
संजय सिंह ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री योगी को बता देना चाहता हूं, कि दिल्ली में कोरोना महामारी के काल में जो केजरीवाल सरकार ने मॉडल अपनाया, उसकी चर्चा न केवल पूरे देश में अपितु अमेरिका तक में हुई। सर्वप्रथम प्लाज्मा थेरेपी की विधि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार द्वारा अपनाई गई और उसके सकारात्मक परिणामों को देखते हुए दुनिया के कई देशों ने इस विधि को अपनाया। उन्होंने कहा कि यह सब काम उस राज्य में और ऐसी परिस्थिति में अरविंद केजरीवाल ने करके दिखाएं, जहां पर दुनिया के भिन्न-भिन्न देशों से हमारे देश के नागरिक, सबसे अधिक मात्रा में हवाई जहाजों के माध्यम से लौटकर आए और सबसे अधिक मात्रा में कोरोना के मरीज दिल्ली में पाए गए। इन गंभीर परिस्थितियों के बावजूद अरविंद केजरीवाल दिल्ली को इस कोरोना महामारी की परिस्थिति से उभार कर बाहर निकाल कर लाए।
उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने इस महामारी के काल में दिल्ली की जनता की सेवा की और दिल्ली को इस आपदा से बाहर निकाल कर लाए, वहीं पर योगी सरकार ने ऐसे लोगों का कोरोना टेस्ट करवाया, जिनका अस्तित्व ही नहीं है। अर्थात यूपी सरकार ने भूतों की कोरोना जांच करवा दी। कोरोना महामारी के इस काल में भी उत्तर प्रदेश की सरकार ने आपदा में भी भ्रष्टाचार के अवसर ढूंढ निकालें। उत्तर प्रदेश में सरकार ने 800 रुपए वाला ऑक्सीमीटर 5000 रुपए में तथा 1600 रुपए वाला थर्मामीटर 13000 रुपए में खरीदा। उन्होंने कहा कि बड़ा ही हास्यास्पद है, कि जो सरकार भूतों की जांच कर रही है, कोरोना महामारी जैसे काल में भी भ्रष्टाचार कर रही है, वह दिल्ली की केजरीवाल सरकार की आलोचना कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो समस्याएं हैं, उन पर पर्दा डालने से अब काम नहीं चलेगा, उत्तर प्रदेश की जनता अब योगी सरकार की असलियत जान चुकी है।
संजय सिंह ने कहा कि जिस दिन से अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, उस दिन से उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है। अब उत्तर प्रदेश में जाति धर्म की नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था के मुद्दे पर बात होने लगी है, बिजली के मुद्दों पर बातें होने लगी है, पानी के मुद्दों पर बाते होने लगी हैं, अस्पताल के मुद्दों पर बाते होने लगी हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह उत्तर प्रदेश की जनता के लिए एक शुभ संकेत है। अब उत्तर प्रदेश में जाति धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि मूलभूत सुविधाओं के मुद्दों के आधार पर राजनीति होगी।
ब्यूरो रिपोर्ट खबर जोन