Lucknow. When will there be an FIR on JP Nadda for gathering a mob under the Corona Protocol? - Lalan Kumar
लखनऊ । उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे पर जमकर निशाना साधा, ललन कुमार ने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन सरकार के हाथों की कठपुतली बन गया है, जहां एक ओर बीजेपी के कार्यक्रमों में भीड़ होती है तो वो पुलिस और प्रशासन को नहीं दिखती वहीं विपक्ष के लोग अगर कोई कार्यक्रम करते हैं तो उसमें कोरोना के प्रोटोकाल का उल्लघंन हो जाता है और विपक्ष के लोगों पर पुलिस प्रशासन जबरन एफआईआर दर्ज करके कानून का दुरुपयोग करता है।
- भीड़ इकट्ठा करने पर मुझ पर FIR हुई थी- ललन कुमार
- टूटी-फूटी सड़कों पर विकास कैसे दौड़ेगा जेपी नड्डा?- ललन कुमार
- जेपी नड्डा हाथरस और बदायूं की वारदातें भूले- ललन कुमार
- सांसदों के गोद लिए गांवों की हालत बेहद खराब- ललन कुमार
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने दो दिवसीय लखनऊ के दौरे पर कई कार्यक्रमों में शिरकत की उसको लेकर ललन कुमार ने कहा कि 28 दिसंबर 2020 को किसानों के अधिकारों के लिए की गयी “काँग्रेस सन्देश यात्रा” को पुलिस द्वारा रोकने के कई प्रयास किये गए थे। जब किसान भाई नहीं माने तो मुझ पर और मेरे साथियों पर कोरोना प्रोटोकाल के तहत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर दी गयी थी। कहा जा रहा था कि कोरोना से सुरक्षा के चलते हम पर एफआईआर की गयी। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछूँगा कि जेपी नड्डा के लखनऊ आगमन पर हुए कार्यक्रमों में जो भीड़ आई क्या उन्हें कोरोना प्रोटोकाल के तहत बुलाया गया था? क्या इस कारण जेपी नड्डा पर एफआईआर नहीं होनी चाहिए?
ललन कुमार कहते हैं कि विकास-विकास कहकर पूरे प्रदेश को गुमराह कर रहे जेपी नड्डा ज़रा प्रदेश के कस्बाई और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर सड़कों का हाल देखें। “आदर्श ग्राम योजना” के तहत सांसदों के गोद लिए गए गांवों की भी हालत बेहद खराब है। सड़कें तो मानो हैं ही नहीं। ऐसे में आपके मुँह से विकास की बात सुनता हूँ तो बुरा लगता है। अब बताइए प्रदेश की टूटी फूटी सड़कों पर विकास कैसे दौड़ेगा? ललन कुमार जमीन पर लोगों से मिलते हैं और उनकी समस्याओं को सुनते और समझते है, उन्होंने आगे कहा कि मन की बात से कुछ नहीं होने वाला मन की बात में सिर्फ एक तरफ से संवाद किया जाता है, दूसरों की बात कोई नहीं सुनता। सत्ता में आसीन पदाधिकारी आसमान से उतर करके जमीन पर हकीकत देखेंगे तो हैरान रह जाएंगे, कि जो विकास की बाते करते हैं जमीन पर कहीं दिखाई नहीं देती हैं, ग्रामीण इलाकों में गड्ढों में सड़क खोजनी पड़ती है।
ललन कुमार ने रक्षामंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के गोद लिए गांव दुर्जनपुर में भी जाकर लोगों की समस्याओं को देखा था कि कैसे वहां पर नालियां बजबाजा रही हैं और राजनाथ सिंह भी लखनऊ आते हैं पर उनके पास इतना भी वक्त नहीं होता है कि अपने आदर्श गांव की दुर्दशा को देख सकें, जब इनका ये हाल है तो बाकियों का भी ऐसा ही हाल होगा।
कानून व्यवस्था पर जेपी नड्डा के योगी सरकारी की तारीफ करने पर ललन कुमार कहता है कि प्रदेश सरकार में लगातार वारदातें हो रही हैं, हत्या की वारदातें खुलेआम राजधानी लखनऊ में हो जाती है, बदमाशों का पुजारियों की हत्या करने का सिलसिला थम नहीं रहा है, महिला उत्पीड़न की घटनाएं प्रदेश में रोजाना दर्जनभर से ज्यादा होती है, बलात्कार की वारदातें प्रदेश में लगातार हो रही हैं, प्रदेश में लॉ एंड आर्डर नाम की कोई चीज नहीं है, मगर जेपी नड्डा ने इस व्यवस्था की समीक्षा शायद हवाई बातों से ही कर ली थी। हाथरस और बदायूं में पुलिस ने पीड़ित लोगों के साथ जो व्यवहार किया वह कोई भूल नहीं सकता, पता नहीं ये भाजपाई लोग इन मामलों को कैसे भूल जाते हैं। जेपी नड्डा ने यूपी के लॉ एंड आर्डर की तारीफ की मगर ‘हाथरस और बदायूँ” की हृदय विदारक घटनाओं को भी भूल गए।
ब्यूरो रिपोर्ट खबर जोन