Lucknow. See the situation of people on the ground after getting down from the helicopter represented by the BJP government - Congress leader Lalan
लखनऊ । ग्राउंड जीरो पर भ्रमण कर रहे और लोगों की समस्याओं को देख और समझ रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बीजेपी सरकार के विकास के नारे को आड़े हाथों लिया और बक्शी का तालाब के गांवों और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के गोद लिए गांव दुर्जनपुर की दुर्दशा को देखकर जमकर निशाना साधा और कहा राजनाथ सिंह जनता के बारे में नहीं सोचते अपना घर भर रहे हैं, दुर्जनपुर गांव भी राजनाथ सिंह से कह रहा है कि हमे अपने हाल पर छोड़ दीजिए।
- ललन कुमार ने राजनाथ सिंह पर साधा निशाना
- राजनाथ सिंह अपना घर भर रहे- ललन कुमार
- ‘राजनाथ सिंह गोद लिए गांव दुर्जनपुर की दुर्दशा देखें’
- बीजेपी सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस ले- ललन
- बीजेपी सरकार में किसान और जवान मारे जा रहे-ललन
ललन कुमार कहते हैं बीजेपी सरकार में गांवों के हालात बहुत खराब है, पानी, सड़क, नालियों की समस्या है, मूलभूत सुविधाओं से गांव अछूते हैं, उनको सुविधाएं ही नहीं मिल रही हैं। लोगों के पास रोजगार नहीं हैं, कैसे जीवन यापन कर रहे हैं सरकार को मतलब नहीं है। सरकार के नुमाइंदे जब हेलीकाप्टर से जमीन पर उतरें तभी तो उनको समस्या दिखेगी।
नए कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट के एक्शन का ललन कुमार ने स्वागत किया और कहा सुप्रीम कोर्ट ने सही कहा कि किसान अपने हक की लड़ाई लड़ सकता है, देश की अर्थव्यवस्था में किसानों का बहुत बड़ा योगदान रहता है, किसान देश के हैं, किसी पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार के नहीं सिर्फ देश के किसान हैं। ललन कुमार आगे कहते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान और जय किसान का नारा दिया था पर बीजेपी सरकार में मर किसान मर जवान हो रहा है, सीमा पर जवान शहीद हो रहे हैं और देश में किसान अपने हक की लड़ाई के लिए जान गवां रहे हैं।
ललन कुमार ने पीएम और सीएम को नसीहत दी कि किसानों के सामने झुककर जो काले कानून लाए हैं उनको वापस ले लेना चाहिए और किसानों का वंदन और अभिनंदन करना चाहिए की अपात की स्थिति में भी देश के लिए अन्य को उपजाया।
बरहाल किसानों की समस्याओं और मुद्दों पर ललन कुमार ने सरकार को चेताया, कृषि कानूनों के खिलाफ कुछ दिन पूर्व किसानों के साथ ललन कुमार ने पद्यात्रा निकाली थी तो पुलिस और प्रशासन उनपर और किसानों पर मुकदमें दर्ज किए थे, जिसकी भी लड़ाई कोर्ट में वो लड़ रहे हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट खबर जोन