गुड़गांव। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे ने बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखकर शिकायत की है कि गुड़गांव में उनकी मूर्ति लगाने म...

गुड़गांव। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे ने बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखकर शिकायत की है कि गुड़गांव में उनकी मूर्ति लगाने में बीजेपी के एक नेता रुकावट डाल रहे हैं। हज़ारे ने राजनाथ से सहायता मांगी है।
अन्ना से चिट्ठी मिलने के बाद राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली में अपने आवास पर अन्ना हज़ारे के गुड़गांव के सहयोगियों से मुलाक़ात की। चिट्ठी में लिखा गया है कि बीजेपी के हरियाणा के एक प्रवक्ता उमेश अग्रवाल गुड़गांव में उनकी मूर्ति लगने में बाधा डाल रहे हैं और गुड़गांव पुलिस ने अग्रवाल के फ़र्ज़ी FIR पर अन्ना कैंप के 4 कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार कर लिया है। अन्ना ने चिट्ठी में कहा है कि, “हालांकि मैं अपनी मूर्ति लगाने के ख़िलाफ़ हूं, फिर भी मेरे एक सहयोगी पीएल कटारिया और उनकी टीम गुड़गांव के एक चौक पर मूर्ति लगाना चाहते हैं। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कटारिया की सहायता करें।”
ये चिट्ठी अन्ना ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह को 29 दिसंबर 2013 को लिखी है और कहा है कि जब उन्होंने लोकपाल बिल के लिए आंदोलन शुरू किया था तभी से कटारिया उनके साथ काम कर रहे हैं।
पीएल कटारिया का कहना है कि उन्हें और उनके 4 साथियों को 15 अप्रैल 2012 को उमेश अग्रवाल की फर्ज़ी शिकायत पर गिरफ़्तार कर लिया गया था। कटारिया के मुताबिक वो सेक्टर-4 और 7 के चौराहे पर अन्ना की 6 फुट ऊंची मूर्ति लगाना चाहते थे लेकिन उमेश अग्रवाल का कहना है कि वो चौराहा लाला लाजपत राय के नाम पर है लिहाज़ा उसे अन्ना हज़ारे के नाम पर नहीं किया जा सकता। कटारिया का दावा है कि एक RTI में पता चला है कि उस चौक पर किसी का नाम नहीं है।
राजनाथ सिंह से मिलने के बाद कटारिया ने बताया कि बीजेपी अध्यक्ष ने उन्हें कड़े क़दम उठाने के लिए आश्वासन दिया है।
उमेश अग्रवाल ने पिछली बार बीजेपी के टिकल पर गुड़गांव से विधानसभा का चुनाव लड़ा था और हार गये थे।