लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिस पर सभी को मिलकर काम करना चाहिए। समाजवादी सरकार महिलाओं के उत्थान और पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस सम्बन्ध में किए जा रहे सभी प्रयासों को प्रोत्साहित भी करती है।
पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण का संदेश लेकर साइकिल यात्रा पर निकलीं बौद्ध सन्यासिनों के एक दल के लखनऊ आगमन पर मुख्यमंत्री आज अपने सरकारी आवास पर उनका स्वागत कर रहे थे। इस अवसर पर सांसद डिम्पल यादव भी उपस्थित थीं। यादव ने साइकिल यात्रा के उद्देश्यों की सराहना करते हुए कहा कि बौद्ध सन्यासिनों के इन प्रयासों से निश्चित तौर पर समाज में जागरूकता आएगी। साइकिल यात्रा की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने विश्वास जताया कि यह यात्रा जहां से गुजरेगी, वहां महिलाओं के अधिकारों और पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर लोगों के नजरिए में सकारात्मक बदलाव आएगा।
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री को यह जानकारी मिली कि लद्दाख में इन सन्यासिनों द्वारा एक घण्टे में एक लाख पौधों के रोपण का रिकार्ड बनाया गया है। इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी वृहद वृक्षारोपण अभियान में इन सन्यासिनों को भी इस कार्य में सहयोग देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। सांसद डिम्पल यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं मानसिक तौर पर अधिक मजबूत होती हैं। समान अवसर और अधिकार मिलने पर महिलाओं ने सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करके यह साबित किया है। महिलाओं के सम्मान, स्वावलम्बन, सशक्तिकरण तथा सुरक्षा के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा महिला कल्याण से जुड़ी अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि लद्दाख के हेमिस बौद्ध मठ की सन्यासिनों के इस दल ने 18 नवम्बर, 2015 को नेपाल की राजधानी काठमाण्डू से अपनी साइकिल यात्रा शुरू की थी। 24 नवम्बर को यह दल सोनौली पहुंचा था। इसके बाद कुशीनगर, वैशाली, पटना, नालन्दा, राजगीर, वाराणसी, इलाहाबाद, सैफई, इटावा तथा संकिसा आदि स्थानों से होते हुए बौद्ध सन्यासिनों का यह दल 08 जनवरी, 2016 को नई दिल्ली पहुंचा था।
अब तक लगभग 3200 कि0मी0 की साइकिल यात्रा करने के बाद यह दल प्रदेश की राजधानी आया है। तत्पश्चात् विभिन्न स्थानों से होते हुए यह यात्रा 03 फरवरी, 2016 को लुम्बिनी में समाप्त हो जाएगी। दल का नेतृत्व बौद्ध भिक्षु ग्लायवांग दु्रपका कर रहे हैं। स्वागत कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के पहले महिला राॅक बैण्ड ‘मेरी जिन्दगी’ द्वारा पर्यावरण संरक्षण तथा बेटी बचाओ अभियान पर आधारित गीत प्रस्तुत किए गए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास से साइकिल दल को आगे की यात्रा के लिए रवाना भी किया।
इस अवसर पर राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह, विशेष सचिव मुख्यमंत्री जी0एस0 नवीन कुमार व रिग्जियान सैम्फिल, यूनीसेफ की राज्य प्रतिनिधि नीलोफर पाॅरजैण्ड मौजूद थे।