नई दिल्ली। बीजेपी सरकार बनाने के लिए मना कर चुकी है और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते अब दिल्ली में सरकार बनाने का न्यौता उप राज्...
नई दिल्ली। बीजेपी सरकार बनाने के लिए मना कर
चुकी है और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते अब दिल्ली में सरकार बनाने का
न्यौता उप राज्यपाल की ओर से आम आदमी पार्टी को दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि
आम आदमी पार्टी के संयोजक शनिवार को जब दिल्ली के उप राज्यपाल से मिलेंगे तो सरकार
बनाने की ज़िम्मेदारी स्वीकार कर सकते हैं और अल्पमत में ही सरकार बनाने की पेशकश
भी कर सकते हैं।
गुरुवार को उप राज्यपाल से मिलने के बाद बीजेपी
नेता डॉ. हर्षवर्धन ने साफ़ तौर पर कह दिया था कि वो विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे
और पूर्ण बहुमत न आने की वजह से सरकार नहीं बनाएंगे। इसके बाद एलजी ने अरविंद
केजरीवाल को बुलाया है और आम आदमी पार्टी में इसी बात को लेकर मंथन चल रहा है कि
शनिवार को उप राज्य से क्या बात हो। सरकार बनाने के लिए आम आदमी पार्टी किसी भी
पार्टी का समर्थन लेने के मूड में नहीं है।
'किसी से समर्थन लेने का प्रश्न ही नहीं उठता.
बीजेपी अपनी दायित्व से पीछे हटी है और उप-राज्यपाल ने हमें बुलाया है तो हम चर्चा
कर रहे हैं कि कैसे हम सरकार बना सकते हैं।'
-संजय सिंह
पहले दोनों पार्टियां सरकार बनाने के मूड में नहीं दिख रही थीं लेकिन
अब आम आदमी पार्टी (AAP) के रुख में थोड़ा बदलाव दिख रहा है जो अब अल्पमत में सरकार बनाकर
बाकी दोनों पार्टियों के मत्थे सरकार चलाने या सरकार गिराने का ठीकरा फ़ोड़ने को
तैयार हैं।
AAP के पास दिल्ली विधानसभा में 28 सीटें हैं जो बहुमत के जादूई आंकड़े से
8 पीछे है, ऐसे में अगर सरकार बनी और विश्वास मत के दौरान ही गिर गई तो AAP
जनता में संदेश देने
की कोशिश करेगी कि देखिए हमने तो सरकार बनाई थी लेकिन बीजेपी या कांग्रेस ने चलने
नहीं दी।