लखनऊ। एक तरफ़ जहां दिल्ली में केजरीवाल पर प्रदेश की जनता को बिजली के बिल आधे करने की ज़िम्मेदारी है वहीं अखिलेश सरकार ने उत्तरप्रदेश के ग...
लखनऊ। एक तरफ़ जहां दिल्ली में केजरीवाल पर प्रदेश की जनता को बिजली के बिल आधे करने की ज़िम्मेदारी है वहीं अखिलेश सरकार ने उत्तरप्रदेश के गावों को बुधवार से दो घंटे ज़्यादा बिजली आपूर्ति करने का फैसला लिया है। गांवों के लिए बिजली आपूर्ति का नया शिड्यूल तैयार कर लिया गया है।
इस बारे में फ़ैसले के बाद मंगलवार को इसे सभी क्षेत्रीय लोड डिस्पैच सेंटरों (एसएलडीसी) को भेज दिया गया है और अगले साल यानी जनवरी महीने से आपूर्ति में दो घंटे और इजाफा होने की संभावना है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार ने गांवों और किसानों को भरपूर बिजली देने की तैयारी की है।
इसके लिए 1000 मेगावाट अतिरिक्त बिजली का इंतजाम किया गया है। पावर कॉर्पोरेशन ने यह सारी कवायद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर की है।
रबी की बुआई के लिए हाल ही में किसानों को पांच घंटे दिन तथा पांच घंटे रात में बिजली आपूर्ति का शिड्यूल लागू किया गया है।
नए शिड्यूल के अनुसार अब गांवों को दिन में पांच घंटे तथा रात में सात घंटे आपूर्ति की जाएगी। प्रदेश के चारों नियंत्रण कक्ष सारनाथ, पनकी, मुरादाबाद एवं मोदीपुरम को दो भागों में बांटकर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। इन नियंत्रण कक्षों के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण इलाकों को दिन में बारी-बारी से 11 बजे से 6.30 बजे के बीच पांच-पांच घंटे आपूर्ति की जाएगी। इसी तरह रात में 11 से सुबह छह बजे तक आपूर्ति का शिड्यूल बनाया गया है। पावर कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक ए.पी. मिश्रा का कहना है कि गांवों को 12 घंटे आपूर्ति के लिए नया शिड्यूल तैयार हो गया है। यह 26 दिसंबर की रात से प्रभावी होगा।