नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद दिल्ली कांग्रेस का पहला बड़ा विकेट गिर गया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जेपी अग्...
नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद दिल्ली कांग्रेस का पहला बड़ा विकेट गिर गया है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जेपी अग्रवाल ने रविवार को पार्टी की हार का ज़िम्मा लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अग्रवाल ने अपना इस्तीफा पार्टी आलाकमान को भेजा है हालांकि ये इस्तीफा अब तक स्वीकार नहीं किया गया है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जेपी अग्रवाल ने रविवार को पार्टी की हार का ज़िम्मा लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अग्रवाल ने अपना इस्तीफा पार्टी आलाकमान को भेजा है हालांकि ये इस्तीफा अब तक स्वीकार नहीं किया गया है।
कांग्रेस की हुई थी करारी हार
पिछले चुनाव में कांग्रेस को 43 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार पार्टी
को सिर्फ 8 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। यहां तक कि मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी अरविंद केजरीवाल के हाथों सीट गवानी पड़ी। पार्टी के कई मंत्रियों को भी हार का सामना करना पड़ा।
क्या दिल्ली कांग्रेस में गुटबाजी?
पार्टी और संगठन में तालमेल या गुटबाजी का खुलासा तब हुआ जब शीला दीक्षित ने
कहा था कि उनको संगठन का वो समर्थन नहीं मिला जो उनको मिलना चाहिए था। बताया जाता है कि संगठन और पार्टी में मतभेद का आलम ये था कि राजधानी के कई
इलाकों में क्रॉस वोटिंग हुई. कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दूसरे पार्टी के
उम्मीदवार को वोट दिए. अब जबकि पार्टी की हार का ठीकरा संगठन पर फोड़ा जा रहा है
तो इसका नतीजा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे के रूप में आया है।