नई दिल्ली। इंडियन बैडमिंटन लीग ख़त्म हुए 3 महीने से ज्यादा वक़्त गुज़र चुका है, लेकिन पुणे पिस्टन के शीर्ष विदेशी खिलाडियों को अब भी अपने...
नई दिल्ली। इंडियन बैडमिंटन लीग ख़त्म हुए 3 महीने से ज्यादा वक़्त गुज़र चुका है, लेकिन पुणे पिस्टन के शीर्ष विदेशी खिलाडियों को अब भी अपने पेमेंट का इंतज़ार है। आईबीएल कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक खिलाडियों को पेमेंट चार बराबर इन्सटॉलमेंट में दी जानी थी, जिसमें से आखिरी पेमेंट टूर्नामेंट ख़त्म होने के 15 दिन बाद दी जानी थी।
एक विदेशी खिलाड़ी ने नाम ना लिखने की शर्त पर बताया कि वो कई बार टीम फ्रेंचाइजी को याद दिला चुके हैं लेकिन अब तक उनका 25 फीसदी का भुगतान नहीं हुआ है।
इस खिलाड़ी के मुताबिक उन्हें हर बार एक नई तारीख दी जाती है लेकिन जब भी भुगतान की बात आती है उन्हें टाल दिया जाता है। इनके अलावा भी कई ऐसे विदेशी खिलाड़ी हैं जिन्हें अभी तक अपने पेमेंट का इंतजार है।
दूसरी ओर पुणे पिस्टन के सह- मालिक सावन दारू ने इस बार से साफ इनकार कर दिया है कि उनकी फ्रेंचाइज़ी के ऊपर किसी खिलाड़ी की देनदारी है। उनका दावा है कि सभी खिलाड़ियों को पूरा भुगतान कर दिया गया है। हालांकि उन्होंने ये जरूर माना कि पहली पेमेंट में उनसे 1 दिन की देरी जरूर हुई थी।
ज़ाहिर है दोनों तरफ से आ रहे बयानों के बाद टीम में टकराव की स्थिति दिख रही है जिसका असर आगे इन खिलाड़ियों का पुणे पिस्टन से कॉन्ट्रैक्ट पर पड़ सकता है।