नई दिल्ली। एक तरफ किरण बेदी के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं और दूसरी किरण बेदी ने ट्वीट कर के मोदी के समर्थन में व...
नई दिल्ली। एक तरफ किरण बेदी के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं और दूसरी किरण बेदी ने ट्वीट कर के मोदी के समर्थन में वोट करने की बात कह दी है। ज़ाहिर है ज़्यादा दिन नहीं बचे हैं जब किरण बेदी बीजेपी में शामिल हो जाएंगी।
किरण ने बृहस्पतिवार की रात करीब 11.30 बजे ट्वीट कर के मोदी के अंदाज़ में ही कहा कि, “मेरे लिये सबसे पहले भारत है! स्थिर, सुशासित, सुप्रशासित, जवाबदेह और समावेशी” इसके बाद उन्होंने सीधे तौर पर लिखा है कि उनका वोट नरेंद्र मोदी को जाएगा।
किरण बेदी अन्ना समर्थक हैं और उन्होंने साफ़ तौर पर कहा था कि वो राजनीति से दूर रहना चाहती हैं। रामलीला मैदान में अन्ना के साथ आंदोलन करते हुए वो बीजेपी और कांग्रेस के साथ सभी सांसदों को चोर तक कह चुकी हैं और इसके लिए वो संसद में माफी भी मांग चुकी हैं। अन्ना के आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी में भी शामिल नहीं हुईं और लगातार राजनीति की विरोधी रही हैं, लेकिन जिस तरह से नरेंद्र मोदी के समर्थन में सामने आईं हैं उससे लगता है कि उन्होंने भी सियासत में अपने लिए रास्ता बना लिया है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, “एक आज़ाद वोटर होने के नाते वो नमो को वोट करेंगी।”
Any one of us who wants a scam free country cannot vote back Congress!India needs stability and experienced hands to provide for all!
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) January 9, 2014
इसके बाद एक और ट्वीट करते हुए किरण बेदी लिखती हैं कि, “अगर हममें से कोई भी घोटालों से मुक्त भारत चाहता है तो वो कांग्रेस को फिर से वोट नहीं कर सकता। भारत स्थिरता चाहता है और अनुभवी हाथों को चाहता है जो सबके साथ हो।”
साफ है किरण बेदी ने नरेंद्र मोदी को अनुभवी बताया है। उन्होंने हाल ही में एक टीवी चैनल में बहस के दौरान कहा था कि देश को दो राष्ट्रीय पार्टियों के बीच चुनना है, अब तय ये करना है कि क्या हम उस पार्टी को चुनेंगे जो अभी सत्ता में है, जिसने पिछले 9 सालों में घोटाले पर घोटाले किए या फिर दूसरी राष्ट्रीय पार्टी को चुनें जिसका नेतृत्व एक प्रशासक कर रहा है जो लगातार तीन बार गुजरात का मुख्यमंत्री बना। उन्होंने अरविंद केजरीवाल का भी ज़िक्र किया और कहा कि वो ईमानदार हैं लेकिन उनके पास केंद्र में सरकार चलाने का अनुभव नहीं और न ही उनके पास नंबर है। उनके मुताबिक वो स्थिरता की वकालत करती हैं और अगर मोदी के आने से ऐसा होता है तो वो इसके पक्ष में हैं।
For me it's India First! Stable,Well Governed,Administered,Accountable and Inclusive.As a an independent voter,my vote is for NaMo
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) January 9, 2014