At least seven people including an eight-year-old child were killed in Pakistan on Thursday when an explosion ripped through a packed Islamic preaching centre during evening prayers.
पेशावर (पाकिस्तान)। बृहस्पतिवार को पेशावर के एक मस्जिद में एक धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई। अभी तक किसी ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है। पेशावर पाकिस्तान-अफ़गानिस्तार बॉर्डर पर है। हमले में 70 लोग ज़ख़्मी हुए हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और स्थानी बम दस्ते के मुखिया शफ़ाक़त अली ने बताया कि तबलीक़ी मरकज़ में एक टाइम बम लगाया गया था जिसमें धमाका हुआ। ये धमाका शाम में उस वक़्त हुआ जब तबलीक़ी मरकज़ अकीदतमंदों से भरा हुआ था। पुलिस ने बताया कि 5 किलो विस्फोटक एक कंटेनर में रखा गया था।
पेशावर लेडी रीडिंग अस्पताल के डॉक्टर इक़बाल अफ्रीदी ने बताया कि कुछ ज़ख़्मी लोगों की हालत बेहद गंभीर है और मौत की तादाद बढ़ सकती है। अस्पताल के प्रवक्ता जमील शाह के मुताबिक़ एक 8 साल के बच्चे की भी मौत हुई है।
समाचार एजेंसी रायटर को एक चश्मदीद अशरफ़ ख़ान मोहम्मद ने बताया कि मरकज़ के भीतर उस वक़्त 4000 लोग थे जब विस्फोट हुआ। ख़ान ने बताया कि उसके बाद वहां धुंआं था और अंधेरा था और हम कुछ देख भी नहीं पा रहे थे, हम सिर्फ लोगों की चीख ही सुन रहे थे।
पिछले साल के अंत में पाकिस्तानी तालीबान के नये नेता मुल्ला फजलुल्लाह ने अवाम पर हमले को रोकने का ऐलान किया था, और उनकी तरफ़ से कहा गया है कि इस हमले में उनका हाथ नहीं है। फज़लुल्लाह ने सिर्फ सरकारी ठिकानों और सुरक्षा कर्मियों को मारने की कसम खाई है।
तालीबानी प्रवक्ता शहीदुल्लाह ने रायटर को फोन पर बताया कि हम ऐसी अमानवीय हरकत की निंदा करते हैं।