kejriwal have suspended three officer
नयी दिल्ली। कई मंत्रालयों में से एक जल बोर्ड का मंत्रालय भी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने अपने पास ही रखा है। अब इस मंत्रालय को अपने पास रखने का कारण साफ़-साफ़ दिखने लगा है। क्यूंकि मुख्यमंत्री ने घूसखोरी के आरोप में तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। एक निजी चैनल पर दिखाए स्टिंग ऑपरेशन के बाद तीन कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है, जिसमें दिल्ली जल बोर्ड के दो कर्मचारी हैं। इन्हें कैमरे पर घूस लेते दिखाया गया था। केजरीवाल ने साफ़ शब्दों में कह दिया है कि भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही जल बोर्ड से उन सभी 800 अधिकारियों का तबादला कर दिया गया जो पिछले तीन साल से ज्यादा समय से इसी विभाग में जमे हुए थे।
एक निजी चैनल के द्वारा किये गए स्टिंग में दिखाया गया था कि हैदरपुर जल शोधक संयंत्र में कार्यरत चीफ वॉटर एनालिस्ट विनोद कुमार पानी की गुणवत्ता के नमूने पास करने के लिए घूस ले रहे हैं। इसी तरह 20 हजार लीटर पानी मुफ्त दिलवाने के नाम पर मीटर रीडर अतुल को घूस लेते और ऐसा मीटर लगाने की बात कहते हुए दिखाया गया था जो मीटर पर 20 हजार लीटर से उपर का आंकड़ा ही नहीं दिखाएगा। स्टिंग ऑपरेशन में दक्षिण पश्चिम जिला के उपायुक्त कार्यालय में पटवारी सुनील कुमार भी फंसा है जो मकान की रजिस्ट्री के लिए सेल डीड की फोटो कॉपी निकालने के लिए रिश्वत के दाम तय कर रहा था। उसने पांच सौ रुपये में जमीन की फर्द दे दी, जबकि सरकारी फीस पांच रुपये है।