Lalu Prasad angry on congress
पटना। बिहार की राजनीति में कुछ दिनों से खलबली मची हुई है। कांग्रेस के साथ आरजेडी के गठबंधन को लेकर राजद अध्यक्ष ने कड़े स्वर में कहा है कि अब 'गठबंधन' का नहीं, 'लठबंधन' का वक्त आ गया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि गठबंधन का समय समाप्त हो चुका है और अब वह चुनाव प्रचार अभियान पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे। लालू शुक्रवार रात पटना पहुंचे। वह कांग्रेस के साथ राजद के गठबंधन की बात तय करने के लिए दिल्ली गए थे, लेकिन इस मुद्दे पर अभी कोई निणर्य नहीं लिया गया है। लालू ने पटना पहुंचने के बाद कहा, ''गठबंधन का समय समाप्त हो चुका है, अब राजनीतिक लड़ाई लड़ने के लिए मैदान में उतरने का समय है।''
लालू को तब बड़ा झटका लगा था, जब राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) राजद का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में शामिल हुई। लालू ने स्पष्ट रूप से घोषणा की राजद अपने दम पर आम चुनाव की तैयारी शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए बार बार दिल्ली का चक्कर लगाने का समय नहीं है। मैं अब चुनाव प्रचार अभियान पर ध्यान दूंगा।
लालू ने यह भी कहा कि दिल्ली जाकर गठबंधन के मुद्दे पर बैठक करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी फोन पर बातचीत होती रहेगी। लालू ने कहा कि उन्हें अब भी कांग्रेस के साथ गठबंधन की उम्मीद है, लेकिन यह भी कहा कि सांप्रदायिक बलों को हराने के लिए गठबंधन निर्माण की जिम्मेदारी अकेले उनकी पार्टी की नहीं है।
लालू के एक करीबी राजद नेता ने बताया कि मधुबनी और पूर्वी चंपारण सीटों को लेकर कांग्रेस और राजद में समझौता नहीं हो पाया है, हालांकि कांग्रेस बिहार में 40 लोकसभा सीटों में से 25 सीटों पर राजद के चुनाव लड़ने और 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करने की बात पर सहमत है, लेकिन मधुबनी और पूर्वी चंपारण की सीट पर कांग्रेस की नजर है और राजद अध्यक्ष इसी बात से सदमे में हैं।
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लालू को तब बड़ा झटका लगा था, जब राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) राजद का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में शामिल हुई। लालू ने स्पष्ट रूप से घोषणा की राजद अपने दम पर आम चुनाव की तैयारी शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए बार बार दिल्ली का चक्कर लगाने का समय नहीं है। मैं अब चुनाव प्रचार अभियान पर ध्यान दूंगा।
लालू ने यह भी कहा कि दिल्ली जाकर गठबंधन के मुद्दे पर बैठक करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी फोन पर बातचीत होती रहेगी। लालू ने कहा कि उन्हें अब भी कांग्रेस के साथ गठबंधन की उम्मीद है, लेकिन यह भी कहा कि सांप्रदायिक बलों को हराने के लिए गठबंधन निर्माण की जिम्मेदारी अकेले उनकी पार्टी की नहीं है।
लालू के एक करीबी राजद नेता ने बताया कि मधुबनी और पूर्वी चंपारण सीटों को लेकर कांग्रेस और राजद में समझौता नहीं हो पाया है, हालांकि कांग्रेस बिहार में 40 लोकसभा सीटों में से 25 सीटों पर राजद के चुनाव लड़ने और 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करने की बात पर सहमत है, लेकिन मधुबनी और पूर्वी चंपारण की सीट पर कांग्रेस की नजर है और राजद अध्यक्ष इसी बात से सदमे में हैं।
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