BJP on back foot
मुंबई। ऐसा लग रहा है कि भाजपा बीते उपचुनाव परिणाम से सबक ले चुकी है. इसलिए पार्टी महाराष्ट्र में शिव सेना के आगे झुकने को तैयार हो गयी है. बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर पैदा हुए गतिरोध के बीच भाजपा ने शिवसेना के सामने झुकने के संकेत दिए हैं. कारण चाहे जो भी हो लेकिन भाजपा का कहना है कि वह महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ 25 साल पुराना गठबंधन जारी रखना चाहती है, क्योंकि उसका पहला लक्ष्य कांग्रेस-एनसीपी को सत्ता से बेदखल करना है.
यह फैसला पार्टी की कोर कमिटी की बैठक में लिया गया. बैठक में शिवसेना के साथ गठबंधन को लेकर माथापच्ची की गई. बैठक के बाद बीजेपी ने साफ कर दिया कि वह गठबंधन कायम रखना चाहती है. लेकिन
पार्टी का मानना है कि गठबंधन सम्मान के साथ जारी रहना चाहिए.
एकतरफ भाजपा नेता झुकने को तैयार हैं लेकिन दूसरी तरफ वो शिवसेना तंज भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं. भाजपा नेताओं का कहना है कि "हमने लोकसभा में शिवसेना को 6 सीटें दी थीं, क्योंकि हम चाहते थे कि गठबंधन बना रहे. हमने त्याग किया, बदले में हमें शिवसेना ने कुछ नहीं दिया. जिन 59 सीटों पर शिवसेना कभी नहीं जीती, उन्हें बीजेपी को देने पर विचार होना चाहिए."
सूत्रों की मानें तो अब भाजपा सीट बंटवारे को लेकर शिवसेना को नया प्रस्ताव सौंपेंगी. इन नेताओं ने यह भी कहा कि गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री कौन होगा, ये कोई बड़ा मसला नहीं है. पार्टी की नजर में बड़ा मसला है महाराष्ट्र को कांग्रेस मुक्त बनाना. गौरतलब हो कि उपचुनाव के परिणाम ने भाजपा की आँखें खोल दी हैं और वो अब कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है इसलिए पार्टी बैकफुट पर भी जाने को तैयार हो गयी है. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी भी महाराष्ट्र की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
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