मुंबई। पिता पृथ्वीराज कपूर, बड़े भाई राज कपूर के बाद अब कपूर खानदान के तीसरे शख्स शशि कपूर को हिंदी सिनेमा जगत में उनके बहुमूल्य योगदा...
मुंबई। पिता पृथ्वीराज कपूर, बड़े भाई राज कपूर के बाद अब कपूर खानदान के तीसरे शख्स शशि कपूर को हिंदी सिनेमा जगत में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए हिंदी सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान 'दादा साहेब फाल्के' पुरस्कार से नवाज़ा गया। हालांकि ये सम्मान दिल्ली में दिया जाता है लेकिन शशि कपूर के खराब स्वास्थ्य के चलते भारत सरकार ने उन्हें ये सम्मान मुंबई में ही देने का फैसला किया। उन्हें सम्मान देने सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली खुद मुंबई पहुंचे।
सम्मान समारोह : आंखों देखी
शशि कपूर को सम्मानित करने के लिए उनके पुत्र कुणाल कपूर ने उस पृथ्वी थिएटर को चुना जिसे शशि ने ही अपने पिता के नाम पर शुरू किया था। सम्मान समारोह का संचालन करने का ज़िम्मा ऋषि कपूर ने उठाया। इसके बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा शशि कपूर पर बनाई गई एक छोटी सी डॉक्यूमेंट्री फिल्म चलाई गई। और फिर मंच पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने शशि कपूर को सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने जेटली का धन्यवाद करते हुए शशि को एक बेहतरीन कलाकार और एक अच्छा साथी बताया।
सिनेमा को शशि का योगदान
18 मार्च 1938 में जन्मे शशि कपूर को बचपन में बलबीर राज पृथ्वीराज कपूर के नाम से जाना जाता था। थिएटर से अलग शशि का फिल्मी करियर 1948 में बतौर बाल कलाकार फिल्म आग से हुआ। इसके बाद उन्होंने दाना-पानी, संग्राम और आवारा जैसी फिल्में की। बाद में उन्होंने इंडस्ट्री में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर भी काम किया।
बतौर हीरो उनकी पहली फिल्म 1961 में आई फिल्म का नाम था धर्मपुत्र और इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक लगातार 116 फिल्में की। ढलती उम्र और बढ़ते बज़न के वजह से 1987 के बाद वो कैरेक्टर रोल में दिखने लगे। और यहां भी करीब 21 फिल्मो में उन्होंने अपने अभिनय का दम दिखाया। ये ही नहीं वो बॉलीवुड से हॉलीवुड का रुख करने वाले पहले हीरो भी थे। और वहां भी उन्होंने कई हिट फिल्मों में अभिनय किया।
दादा साहेब फाल्के जैसे सम्मानित पुरस्कार से पहले उन्हें पद्म भूषण, तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट के साथ कई फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाज़ा गया है।