हाथरस कांड में रातों-रात तैयार हुई दंगे की वेबसाइट, हिंसा भड़काने के लिए इस्लामिक देशों से फंडिंग
हाथरस कांड की आड़ में उत्तर प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार को दुनिया भर में बदनाम करने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। यूपी में जातीय दंगे कराने के लिए हाथरस पीड़िता की मौत वाली रात ही एक 'वेबसाइट' बनाई गई। दंगे की इस वेबसाइट के तार एमनेस्टी इंटरनेशनल जुड़ रहे हैं। इस वेबसाइट को इस्लामिक देशों से जमकर फंडिंग भी मिली। इस मामले में जांच एजेंसियों के हाथ अहम और चौंकाने वाले सुराग लगे हैं।
वहीं, अब सुरक्षा एजेंसियों ने इस वेबसाइट के बारे में जानकारी इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। योगी सरकार का दावा है कि वेबसाइट पर सीएए की तरह प्रदेश में अशांति और दंगे फैलाने की कोशिश गई थी।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की जानकारी मिली है कि यूपी में दंगे कराने को लेकर इस्लामिक देशों से जमकर फंडिंग हुई। जिसके पीछे का मकसद दंगा कराकर योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश थी। इसके साथ ही रातों रात बनीं 'जस्टिस फॉर हाथरस वेबसाइट' के तार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल से जुड़े हुए हैं।