Nikita murder case violent clash between police and protesters after mahapanchayat, on Faridabad-Ballabhgarh highway.
फरीदाबाद: बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में निकिता हत्याकांड को लेकर आज महापंचायत बुलाई गई थी। इसमें विभिन्य राजनीतिक दलों के लोगों के साथ ही निकिता के परिजन भी वहां मौजद थे। दशहरा मैदान में अभी पंचायत चल ही रही थी कि इस बीच कुछ अन्य संगठन के लोगों ने यह कहकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी कि, हत्याकांड का राजनीतिकरण हो रहा है। इसके बाद वहां पथराव और लाठीचार्ज हुए।
इस मामले में रविवाक को सर्व समाज की महापंचायत को आयोजन किया गया था। बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में चल रही महापंचायत में लव जेहाद के खिलाफ आंदोलन पर चर्चा की जानी थी। इसी बीच महापंचायत में शामिल होने आए कई युवक सड़क पर आ गए और पथराव करने शुरु कर दिया। अचानक पत्थर चलने से सड़क पर भगदड़ मच गई। कुछ देर बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवी युवकों को वहां से भगाया। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि पथराव करने वाले कौन थे और उनका इस घटना के पीछे क्या उद्देश्य था। पथराव में घायल हुए तीन पुलिसकर्मियों को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बताते चलें कि, 4 दिन पहले मेवात से कांग्रेस के विधायक आफताब अहमद के भतीजे तौसीफ ने अफनी साथी रेहान के साथ मिलकर कॉलेज से परीक्षा देकर निकल रही निकिता तोमर का कार में अपहरण करने की कोशिश की। जब वह इसमें नाकाम रहा तो उसने तमंचा निकालकर निकिता को गोली मार दी। घटना में निकिता की मौके पर ही मौत हो गई थी।
पुलिस ने तौसीफ समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। निकिता के परिवार का कहना है कि तौसीफ अपने बाहुबल का इस्तेमाल कर काफी समय से उनकी बेटी को तंग कर रहा था। उसने पहले भी उसका अपहरण करने की कोशिश की थी। जिसके बाद उसके परिजनों ने शिकायत दर्ज करवाई थी। लेकिन तौसीफ के परिजनों के माफी मांगने पर उन्होंने बाद में शिकायत वापस ले ली थी।