लखनऊ । नए कृषि तीन कानूनों के खिलाफ भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश यादव, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के जा...
लखनऊ । नए कृषि तीन कानूनों के खिलाफ भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश यादव, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के जानकीपुरम कार्यालय से अर्धनग्न होकर पैदल मार्च निकाला। पुलिस ने किसानों को बीच रास्ते में रोककर ज्ञापन ले लिया और किसानों को जिलाधिकारी कार्यालय जाने से रोक दिया। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
- भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन का प्रदर्शन
- श्रमिक जनशक्ति यूनियन ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन
- किसानों को पुलिस ने बीच रास्ते में रोका
- जिलाधिकारी कार्यालय जाने से किसानों को रोका
दिल्ली बार्डर पर पंजाब-हरियाणा-यूपी और देश के कई राज्यों से आए किसानों का 19वें दिन भी आंदोलन जारी रहा। नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर किसान संगठनों का आंदोलन दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है और सरकार के खिलाफ नाराजगी भी बढ़ रही है। प्रदेश अध्यक्ष कमलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नए कृषि कानून के खिलाफ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने जा रहे थे, पुलिस और प्रशासन किसानों पर बहुत हावी हो रहा है। किसानों को धरना प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है।
भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश यादव आगे बताते है कि जब यह बिल लाए जा रहे थे तब भी किसान विरोध कर रहे थे। बीजेपी सरकार किसानों से कह रही थी ये बिल अच्छा है, किसानों को सड़क पर आने पड़ा सरकार ने मान लिया है कि इसमें कुछ कमियां हैं। सरकार संशोधन के लिए कह रही परन्तु कर नहीं रही है। सरकार एमएसपी पर लिखित गारंटी नहीं दे रही है। सरकार किसानों को उलझाने का काम कर रही है।
सरकार के रवैया से नाराज किसान संगठनों का आंदोलन धीरे-धीरे और मुखर होता जा रहा है। 19 दिन बीत जाने के बाद भी किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। किसान और सरकार अपने अपने रुख पर डटे हुए हैं। किसानों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, किसानों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द नए कृषि कानूनों को वापस ले।
लगातार ख़बरों से अपडेट रहने के लिए खबरज़ोन फेसबुक पेज और ट्विटर पेज पर फॉलो करें