नई दिल्ली। विधायक दल की बैठक के बाद आम आदमी पार्टी अभी भी दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर फ़ैसला नहीं कर पाई और अब वो इस फ़ैसले की ज़िम्म...
नई दिल्ली। विधायक दल की बैठक के बाद
आम आदमी पार्टी अभी भी दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर फ़ैसला नहीं कर पाई और अब
वो इस फ़ैसले की ज़िम्मेदारी जनता पर डाल रही है। जनता की राय जानने के बाद ही आम
आदमी पार्टी अपना फ़ैसला सुनाएगी और इसके लिए रविवार तक की समयसीमा रखी गई है।
पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में सरकार बनाने या न बनाने का
फैसला वह सोमवार को बताएंगे।
दिल्ली के लोगों की राय जानने के लिए आम आदमी पार्टी
25 लाख लोगों को चिट्ठी भेज रही है साथ ही दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में सभाएं की जाएंगी। इसके अलावा एक मोबाइल नंबर
सामने लाया गया है जिस पर कॉल कर के या एसएमएस के ज़रिये दिल्लीवाले अपनी राय दे
सकते हैं।
मैं कोई नहीं होता यह बताने वाला। आम आदमी पार्टी केजरीवाल की पार्टी नहीं है। यह जनता की पार्टी है। जनता जो कहेगी, पार्टी का फैसला वो होगा।– अरविंद केजरीवाल, संयोजक आम आदमी पार्टी
कांग्रेस
के ख़ून में है सरकार गिराना
दिल्ली में जिस तरह की सियासत चल रही
है उसमें कभी गेंद कांग्रेस के पाले में जाती है कभी बीजेपी के पाले में और आख़िर
में लौट कर आम आदमी पार्टी के पाले में आ जाती है। कांग्रेस ने सोमवार को साफ़
किया कि वो केजरीवाल की 18 में से 16 शर्तों पर राज़ी है जबकि बीजेपी ने केजरीवाल
के ख़त का जवाब देने से मना कर दिया। इस पर केजरीवाल का कहना है कि ये दोनों
पार्टियां अपनी ज़िम्मेदारी से भाग रही हैं जबकि आम आदमी पार्टी ने बड़ी
ज़िम्मेदारी से काम किया है।
कांग्रेस ने कहा कि वह हमें बिना शर्त समर्थन देने को तैयार है, लेकिन राजनीति में बिना शर्त कुछ नहीं होता। कांग्रेस के खून में है सरकार गिराना। जब उसे मौका मिलेगा, वह हमारी सरकार गिरा देंगे।– अरविंद केजरीवाल, संयोजक, आम आदमी पार्टी