नई दिल्ली- राजस्थान में बीजेपी और खासकर वसुंधरा राजे के सत्ता संभालते ही ललित मोदी एक बार फिर क्रिकेट की राजनीति में कूद गए हैं। मोदी ...
नई दिल्ली- राजस्थान में बीजेपी और खासकर वसुंधरा राजे के सत्ता संभालते ही ललित मोदी एक बार फिर क्रिकेट की राजनीति में कूद गए हैं। मोदी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन यानी आरसीए के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे। मोदी की ओर से नामांकन दाखिल कर दिया गया है। चुनाव 19 दिसंबर को होने हैं। मोदी के मैदान में आने के बाद मौजूदा आरसीए अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने मैदान छोड़ दिया है। 33 में से 24 जिला संघ भी मोदी के साथ आ गए हैं। मोदी के वसुंधरा राजे से अच्छे संबंध रहे हैं लेकिन बीसीसीआई ने मोदी को रोकने के लिए दांव चल दिया है।
आरसीए की राजनीति में मोदी को चुनौती देने वाले पूर्व आरसीए अध्यक्ष संजय दीक्षित ने भी मोदी से हाथ मिला लिया है। इसके बाद हार तय देख मौजूदा आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी ने नामांकन भी नहीं भरा। उधर मोदी से घबराया बीसीसीआई भी मोदी को रोकने के लिए आगे आ गया है। जोशी गुट ने बीसीसीआई की एक ईमेल जारी करते हुए बताया है कि बीसीसीआई ने मोदी को निष्कासित कर दिया था। ऐसे में मोदी को जिला संघ का अध्यक्ष बनाए रखने पर आरसीए की मान्यता भी खतरे में पड़ सकती है।
मोदी के मुकाबले भीलवाड़ा क्रिकेट संघ के रामपाल शर्मा ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा है। 19 दिसंबर को होने वाले चुनाव में सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व न्यायधीश एम एन कासलीवाल को आब्जर्वर नियुक्त कर रखा है।