नई दिल्ली। अब तक राहुल गांधी को आधिकारिक तौर पर पार्टी की ओर से न तो लोकसभा चुनावों की ज़िम्मेदारी मिली है, ना ही उन्हें पार्टी ने पीए...
नई दिल्ली। अब तक राहुल गांधी को आधिकारिक तौर पर पार्टी की ओर से न तो लोकसभा चुनावों की ज़िम्मेदारी मिली है, ना ही उन्हें पार्टी ने पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया है लेकिन पार्टी का एक पोस्टर राहुल गांधी को कुछ इसी तरह से पेश करता है कि वही कांग्रेस की ओर से नायक की भूमिका में हैं।
ये पोस्टर ख़ासतौर पर तब अहम हो जाता है जब इसमें दिये संदेश को पढ़ा जाए। पोस्टर के मुताबिक लोकसभा चुनावों के लिए राहुल गांधी भ्रष्टाचार को सबसे बड़ा मुद्दा बना रहे हैं और भ्रष्टाचार के ख़िालाफ़ यूपीए सरकार के किये कामों को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के शानदार प्रदर्शन और अपनी पार्टी के 8 सीटों तक सिमट जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि उन्हें आम आदमी पार्टी से सीखने की ज़रुरत है। शायद राहुल गांधी ने पहली सीख के तौर पर आम आदमी पार्टी का मुद्दा हासिल किया है। आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हुआ था और इसी मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने चुनाव भी लड़ा और शानदार जीत दर्ज की।
अब इस पोस्टर से कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी को भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ नायक के तौर पर पेश कर रही है और दिखा रही है कि उन्होंने देश को 9 हथियार दिये हैं जिससे देश से भ्रष्टाचार को दूर किया जा सकता है। इसमें उन बिलों को दिखाया गया है जो यूपीए सरकार के शासन काल में पास हुआ या सदन में पेश किया गया या पाइपलाइन में है। इसमें लोकपाल बिल भी शामिल है।
ज़ाहिर है भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लाये इन क़ानूनों का सारा श्रेय सरकार के बजाय एक बार फिर पार्टी और एक व्यक्ति विशेष को दिया जा रहा है। जिसे लेकर कांग्रेस में ही विरोध है।